वरिष्ठ पत्रकार.चंडीगढ़।
विजिलेंस ब्यूरो ने 50 हजार करोड़ रुपये के पर्ल्स एग्रोटेक कॉरपोरेशन लिमिटेड (PACL) घोटाले में बड़ी कार्रवाई करते निदेशक धरमिंदर सिंह संधू को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी रामा मंडी में हुई। संधू के खिलाफ फरवरी में मोहाली स्थित स्टेट क्राइम पुलिस थाने में धोखाधड़ी, दस्तावेजों से छेड़छाड़ करने समेत कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था।
ऐसे बना था निदेशक
विजिलेंस के मुताबिक पीएसीएल की एक्स्ट्रा ऑर्डिनेरी जनरल बॉडी मीटिंग (ईओजीएम) एक जनवरी 2022 को जयपुर (राजस्थान) में कंपनी के रजिस्टर्ड दफ्तर में हुई थी जबकि यह दफ्तर 7-8 साल से बंद है। फर्जी प्रोसीडिंग के आधार पर पीएसीएल के 3 नए निदेशकों में हृदय पाल सिंह ढिल्लों, संदीप सिंह माहल और धर्मेंद्र सिंह संधू की नियुक्ति की गई जबकि वास्तव में यह मीटिंग कभी हुई ही नहीं थी।
पड़ताल में यह बात आई सामने
कथित अपराधियों ने लुधियाना के चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) जसविंदर सिंह डांग द्वारा रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज जयपुर के पास अपने जाली दस्तावेज जमा करवाए और कंपनी मामलों के मंत्रालय (एमसीए) की वेबसाइट पर पीएसीएल लिमिटेड के निदेशकों के तौर पर अपने नाम दर्ज करवाए। इस मामले में संदीप सिंह माहल और सीए जसविंदर सिंह डांग को पहले ही चार्जशीट किया जा चुका है और वह न्यायिक हिरासत में हैं।
नोटिस जारी कर वसूलने लगे थे पैसे
गैर-कानूनी तौर पर नियुक्त इन तीनों निदेशकों ने जस्टिस (सेवानिवृत्त) आरएम लोढा की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की कमेटी की इजाजत के बगैर पीएसीएल लिमिटेड की संपत्ति खरीदने वाले अलग-अलग व्यक्तियों को संदीप सिंह माहल के हस्ताक्षरों वाला नोटिस जारी किया और उनसे पैसे वसूलना शुरू कर दिया।