वरिष्ठ पत्रकार.चंडीगढ़।
यहां पर एक क्षेत्र में रहने वाले 6 लोगों की जहरीली शराब पीने की वजह से जान चली गई। लगभग 20 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। मामला, टिब्बी रविदास पुरा का बताया जा रहा है। पंजाब में अलग-अलग जगह जहरीली शराब पीने से जान गांवाने वालों की कुल संख्या 14 तक पहुंच गई। फिलहाल, घायलों को इलाज के लिए अलग-अलग अस्पताल दाखिल किया गया। पीड़ित परिवार का सरकार के प्रति रोष पाया जा रहा है। इंसाफ की गुहार लगाई। रो-रो कर पीड़ित परिवार का बुरा हाल है। सरकार से पीड़ित परिवार ने 2-2 करोड़ आर्थिक मदद तथा एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की। पुलिस ने मामला दर्ज करने की पुष्टि नहीं की।
मृतकों की पहचान
मृतकों की पहचान ज्ञान सिंह, लछा सिंह, गुरमीत सिंह, बुद्धू सिंह, लच्छा सिंह और दर्शन सिंह शामिल हैं। परमजीत सिंह, साड़ी सिंह, भोला सिंह, रविनाथ, बूटा सिंह, कर्मजीत सिंह, दर्शन सिंह, रफी नाथ, लछमन सिंह की हालत गंभीर है। इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चिकित्सक के मुताबिक, फिलहाल किसी के बारे कुछ नहीं कह रहे, 24 घंटे उनके लिए खतरे के मान कर चल रहे है।
10 रु में बिकती शराब….अब तक नहीं हुई कोई पुलिस कार्रवाई
पता चला है कि सुनाम की टिब्बी रविदास पुरा एक ऐसी बस्ती है, यहां पर कई सालों से खुलेआम अवैध राराब बिकती है। पता चला है कि यहां पर 10 रु में शराब मिल जाती है। यहीं शराब पीने से 4 लोग अपनी जान गंवा चुके है। प्राथमिक जांच में सामने आया कि यह वहीं शराब है जिससे पिछले दिनों संगरुर में 8 लोगों ने जान गंवाई थी। पुलिस ने इसके सैंपल ले लिए तथा जांच के प्रयोगशाला के लिए भेज दिए गए। तार किस-किस के साथ जुड़ रहे है, पता लगाया जा रहा है। फिलहाल, पुलिस के हाथ बिल्कुल खाली है।
सरकार का नहीं आया कोई बयान
पंजाब के 2 अलग-अलग शहर में जहरीली शराब पीने से अब तक 14 लोग अपनी जान गंवा चुके है। सरकार का इस मसले पर कोई बयान नहीं आया। विपक्ष इस मामले को काफी गंभीरता से ले रहा है। उसने इस पूरे मामले को लेकर सरकार को ही जिम्मेदार ठहराया। पीड़ित परिवारों का सरकार के प्रति काफी रोष पाया जा रहा है। आर्थिक मदद की प्रदेशीय सरकार से मांग की गई।
…..फिर जांच के आदेश, क्या होगा अब
चाहे प्रशासन ने जांच के आदेश जारी कर दिया। लेकिन, बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि अब तक इससे पहले मामले में जांच कमेटी ने क्या रिपोर्ट में लिखा है। अब तक क्या कुछ सामने आया। जांच कमेटी पर आम जनता से लेकर विपक्ष ने सवाल खड़े करने शुरु कर दिए। सब की एक मांग है कि जांच किसी हाईकोर्ट के मौजूदा जज के नेतृत्व वाली कमेटी से कराई जाए। तभी साफ होगा कौन-कौन लोग इस पूरे षड़यंत्र में शामिल थे।