वरिष्ठ पत्रकार.अमृतसर चंडीगढ़।
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी हमेशा से ही पंजाब के सीमांत क्षेत्र के युवाओं को नशे की लत में डाल कर उनका नुकसान करने में लगी है। लेकिन, पंजाब पुलिस की बहादुरी ने उनके नापाक इरादों को ध्वस्त कर दिया। अमृतसर ग्रामीण पुलिस के हाथ बहुत बड़ी सफलता लगी है। प्राथमिक जांच में 2 संदिग्ध को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ। उनकी निशानदेही पर 7 किलो हेरोइन, 5 पिस्तौल, 5 जिंदा कारतूस और 5 मैगजीन बरामद की। जिसे उन्होंने अज्ञात जगह पर छिपा कर रखा था। इनके खिलाफ विभिन्न धाराओं के अधीन मामला दर्ज कर लिया गया। इस बात की पुष्टि, पंजाब पुलिस निदेशक गौरव यादव ने अपने एक्स अकाउंट पर दी। गिरोह का पर्दाफाश करने वाली टीम की सराहना भी की गई।
दरअसल, पंजाब के सीमांत क्षेत्र अमृतसर हमेशा से ही पाकिस्तान के नजरों में रहा है। वह किसी न किसी तरीके से सीमांत गांव के रहने वाले युवाओं को पैसे का लालच देकर उन्हें अपने जाल में फंसा लेता है। ऐसा ही उन्होंने इस बार फिर से किया। सीमांत गांव के रहने वाले 2 संदिग्ध को पैसे का मोटा लालच देकर नशे की खेप तथा हथियारों को अन्य जगह पहुंचाने का काम सौंपा। इसके बदले उन्हें पैसों का मोटा लालच भी दिया गया। एडवांस में कुछ पैसे दे दिए गए, जबकि, शेष काम होने के उपरांत की डील हुई थी।
…..ऐसे गिरफ्त में आए
विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि इस काम के लिए पुलिस की एक विशेष टीम कार्य कर रही थी। वे इन संदिग्ध का लंबे समय से पीछा कर रही थी। उनकी हर मूवमेंट पर नजर रखी जा रही थी। टीम ने पाया कि ये लोग पाकिस्तान के तस्करों के साथ बातचीत करते है। टीम ने दोनों को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उनकी निशानदेही पर नशे की खेप तथा हथियार को बरामद कर लिया गया। पता चला है कि नशा देश के कई हिस्सों में पहुंचाया जाना था, जबकि, हथियार से बड़ी वारदात को अंजाम दिया जाना था।