BIG NEWS–सीएम साहब, होमगार्ड के साथ किए वादे भूले…….जवान धरने पर बैठे, सरकार के खिलाफ आर पार की लड़ाई का ऐलान…बलिदान देने से भी नहीं पीछे हटेंगे ये होमगार्ड

होमगार्ड एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज कुमार तथा प्रदेश अध्यक्ष गुरदीप सिंह धरने को संबोधित करते हुए

वरिष्ठ पत्रकार.चंडीगढ़। 

आम-जनता की सुरक्षा में अहम किरदार निभाने वाले होमगार्ड को अपनी जायज मांगों के लिए सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ रहा हैं। पंजाब में आतंकवाद के दौर में सबसे अधिक कुर्बानियां होमगार्ड के जवानों ने दी। उनके शहादत के जाम को कभी बुलाया भी नहीं जा सकता। कितना अजीब है कि पंजाब की सरकार इनके साथ सौतेला व्यवहार कर रही हैं। देश की सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को नजरअंदाज कर पगार के रूप में चंद हजार (33000) मासिक वेतन देकर उन पर एहसान जता रही हैं। रोपड़ में स्थित टोल प्लाजा में बैठे सेवानिवृत होमगार्ड मान भत्ता की मांग कर रहे हैं। सरकार से कई बार चर्चा हुई, लेकिन झूठे आश्वासन के सिवा कुछ हासिल नहीं हुआ। इनके समर्थन में होमगार्ड एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज कुमार ने खुद धरने में पहुंच कर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। ऐलान , इस बात का कर दिया गया कि अब वे अपने अधिकार सरकार से लेकर ही रहेंगे। 

देश की जनता की सेवा के लिए होमगार्ड का गठन हुआ था। पंजाब के आतंकवाद के दौर में होमगार्ड के जवानों ने काफी संख्या में कुर्बानियां दी। लेकिन, समय-समय की सरकारों ने तो इस विभाग का हमेशा ही शोषण किया। प्रतिमाह पगार सिर्फ तो सिर्फ चंद हजार के रूप में  दी गई। उक्त परिवारों ने कई प्रकार की शिद्दत को सहन किया। सरकार के खिलाफ कई बार आवाज उठाई। उन्हें कुचलने का कई बार प्रयास किया गया। लेकिन, हिम्मत तथा सच्चाई के समक्ष सब कुछ चूर चूर हो गया। मेहनत की कमाई से इनके संगठन ने अदालत का रास्ता अपनाया। अदालत में लंबी लड़ाई के उपरांत उनके समर्थन में फैसला आया। 

विडंबना, इस बात की खड़ी हो गई कि सरकार ने अदालत का फैसला मानने से इंकार कर दिया। कुछ समय पूर्व पगार में चंद पैसों को तो जरुर बढ़ा दिया गया। लेकिन, कई अन्य मांग भी थी, जिन्हें किसी भी सरकार ने मंजूर नहीं किय़ा। उदाहरण के तौर पर वेतन में बढ़ोत्तरी, डीए की किश्त  जैसे आम मुद्दों पर सरकार ने कोई गंभीर फैसला नहीं दिया। 

होमगार्ड सेवानिवृत एसोसिएशन के अध्यक्ष गुरदीप सिंह ने बताया कि आम आदमी पार्टी सरकार ने उनके साथ सरासर धोखा किया। सत्ता में आप की सरकार बनाने के लिए, उनके विभाग के कर्मचारियों का अहम रोल रहा। सीएम तथा आप पार्टी ने उनसे वादा किया था कि उनकी हर मांग को प्राथमिकता के आधार मान लिया जाएगा। कई बार सीएम से लेकर वित्त मंत्री से लंबी चर्चा हुई। दुख की बात है सिर्फ तो सिर्फ झूठे भरोसा ही दिया गया। अब तक एक भी मांग नहीं माना गया। ऐलान करते कहा कि अब इस बार वे आर पार की लड़ाई लड़ने जा रहे हैं। मांग पूरी होने तक धरना नहीं खत्म करने वाले हैं। इसके लिए जान भी देने पड़े तो बिल्कुल पीछे नहीं हटेंगे। संयुक्त सचिव अमरजीत सिंह, भूपिंदर सिंह बत्रा ने भी अपने संबोधन में सरकार को घेरते हुए सरकार के खिलाफ आर पार की लड़ाई का फैसला लिया।  

सरासर धक्का नहीं होगा बर्दाश्त

होमगार्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि किसी भी मुश्किल समय में होमगार्ड का जवान खड़ा रहता हैं। सरकार को उनकी कुर्बानियों को कभी भूलना नहीं चाहिए। आप ने वादा किया था सरकार आने पर हर वादा पूरा किया जाएगा। कई दौर की सीएम से लेकर वित्त मंत्री से बैठक हुई। हर बार बेनतीजा रहा। प्रतिमाह पगार में भी उनसे सरकार धोखा कर रही हैं। सर्वोच्च न्यायालय का फैसला दरकिनार किया जा रहा हैं। सिर्फ तो सिर्फ मान भत्ता, डीए की बकाया किश्त की मांग की जा रही हैं। उसे भी पूरा करने में सरकार एहसान जता रही हैं। अब हम पीछे नहीं हटने वाले हैं, जान भी चली जाए तो कोई परवाह नहीं हैं। 

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