वरिष्ठ पत्रकार.चंडीगढ़।
पिछले 2 माह से चल रहे तनखहाइयां सुखबीर बादल के खिलाफ 5 तख्त के जत्थेदार जल्द ही सजा सुना सकते है। इस बात की अधिकारिक पुष्टि, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के उच्च पद के सूत्रों ने की। फिलहाल, वह अपनी टांग टूटने की वजह से बीमार चल रहे है। सुखबीर अब एसजीपीसी के सदस्यों व पदाधिकारियों पर दबाव नहीं डाल पांएगे। बागी अकाली सिंह साहिबान से अपील कर रहे थे कि सुखबीर को राजनीतिक तौर पर भी सजा दी जाए। संभावना है कि दिसंबर में किसी भी दिन सुखबीर बादल को श्री अकाल तख्त साहिब पर तलब करके धार्मिक सजा सुनाई जा सकती है।
..जानिए, धार्मिक सजा में होता है क्या….?
सुखबीर को अब राजनीतिक सजा की जगह धार्मिक सजा जैसे बर्तन साफ करना, गुरुद्वारा में पाठ करना-सुनना, संगत के जोड़े की सेवा करना, गुरुद्वारा में सफाई की सेवा करनी करनी, रागियों व ढाडियों के लिए खुद लंगर तैयार करना जैसी सजा सुनाई जा सकती है। बता दें कि सुखबीर बादल को 30 अगस्त को श्री अकाल तख्त साहिब से तनखाहाईयां घोषित किया गया था। जत्थेदार रघबीर सिंह ने तनखाहिया घोषित करते हुए यह भी आदेश दिया था कि जब तक सुखबीर तख्तों के सिंह साहिबान के समक्ष पेश होकर लिखित माफी नहीं मांग लेते, तब तक वह तनखाहिया ही रहेंगे। इस दौरान वह राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक व अन्य गतिविधियों में शामिल नहीं हो सकेंगे। सिंह साहिबान ने स्पष्ट किया था कि सुखबीर को छोड़कर कोई भी अकाली नेता विधानसभा के उपचुनाव प्रचार में भाग ले सकता है और चुनाव भी लड़ सकता है।