वरिष्ठ पत्रकार.चंडीगढ़।
परिवार का इकलौता बेटा इसलिए विदेश गया था ताकि, उनके लिए खूब कमाई कर एक सहारा बन सकें। लेकिन, वाहेगुरु को कुछ और मंजूर था। दिल का दौरा पड़ने से उसकी मृत्यु हो गई। मृतक एक गरीब किसान का बेटा है। 2 वर्ष पूर्व कनाडा गया था। पिता ने जमीन बेचकर तथा अढ़ाती से ब्याज पर पैसे लेकर बेटे को विदेश भेजा था। पीड़ित परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है, शव वापस भारत लाने के लिए देश की सरकार से गुहार लगा रहे है। उधर, किसान संगठन ने पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद के लिए पंजाब सरकार से गुहार लगाई। मामला, पंजाब के जिला मुक्तसर के एक गांव का बताया जा रहा है। 2 दिन पूर्व ही कमलजीत सिंह की मृत्यु हुई। यह नहीं स्पष्ट हो पाया कि दिल का दौरा किस वजह से पड़ा।
प्रति वर्ष पंजाब से कई युवा तथा युवतियां विदेश जाते है। हर कोई एक स्वप्न लेकर जाता है कि विदेश में जाकर कड़ी परिश्रम कर खूब सारा पैसा कमाकर अपने परिवार को भेजेंगे। लेकिन, हर किसी की इच्छा पूरी नहीं हो पाती। कुछ युवा किसी न किसी कारण अपनी जिंदगी खो बैठते है। पिछले समय से इस बात का चिंता का विषय बना हुआ कि पंजाबी विदेशी धरती खासकर कनाडा बिल्कुल सुरक्षित नहीं रह गई। क्योंकि, परिवार अपने बच्चों को जमीन बेचकर विदेश तो भेज देते है, लेकिन, बाद में विदेश से उन्हें खबर आती है कि उनके बच्चे का किसी न किसी कारण की वजह से देहांत हो गया।
अब तक जो मामले सामने आ रहे है कि उनके मुताबिक, कनाडा में अधिकतर युवा दिल का दौरा पड़ने से दम तोड़ रहे है। या फिर यू कह सकते है कि सड़क हादसे में जान चली गई। ऐसा ही मामला, मुक्तसर के गांव गांधरा से जुड़ा है। कमलजीत सिंह की कनाडा में दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गया। 2 वर्ष पहले कनाडा गया था। एक माह पहले घर आया। फिर वापस कनाडा लौट गया। 2 बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है। क्योंकि, उनका इकलौता भाई कमलजीत सिंह था। परिवार शव को भारत में लाने के लिए देश की सरकार से गुहार लगा रहा है। बताते चलें कि विदेश से देश में शव लाना कोई आसान काम नहीं है। पैसे के अलावा विदेश मंत्रालय का सहयोग होना भी अति अनिवार्य है। था, लेकिन उसकी मौत से परिवार गहरे सदमे में है।