वरिष्ठ पत्रकार.चंडीगढ़।
आंदोलनकारी किसान अब इस बात पर अड़ गए है कि जब तक युवा किसान शुभकरण की मौत में शामिल लोगों के खिलाफ पर्चा दर्ज नहीं होता, तब वह लोग सरकार से पांचवें दौर की बातचीत नहीं करने वाले हैं। इस बात की पुष्टि किसान नेताओं ने की। संकेत दिया कि हो सकता है कि किसान संगठन दिल्ली कूच न करके कोई बड़ा कदम उठाएं। यह कदम पंजाब, हरियाणा और केंद्र सरकार के खिलाफ हो सकता है। वहीं, दातासिंह वाला बॉर्डर पर मंगलवार को फिर एक किसान की मौत हो गई।
किसान आंदोलन के 15वें दिन पटियाला के रहने वाले 60 वर्षीय करनैल सिंह की तबीयत खराब होने पर इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बता दें कि इससे पहले भी आंदोलन के कारण 8 लोग जान गंवा चुके हैं। दूसरी ओर हरियाणा सरकार ने अंबाला में 2 दिन के लिए इंटरनेट पर पाबंदी लगा दी है।
किसान नेता जगजीत डल्लेवाल ने बताया किसान प्रीतपाल सिंह के साथ हरियाणा पुलिस ने मारपीट कर उस पर मामला दर्ज किया है। शुभकरण की मौत पर अब तक सरकार ने एफआईआर दर्ज नहीं की है, ऐसे में अगले दौर की बैठक नहीं होगी।