वरिष्ठ पत्रकार.चंडीगढ़।
किसान आंदोलन अब भयंवह रुप धारण कर चुका है। खासकर, किसान तथा उपद्रव मचाने वाले पुलिस के जवानों को चोट पहुंचा रहे है। ताजा मामला, पंजाब के पुलिस अधीक्षक (एसपी, कमांडो) के साथ जुड़ा है। किसानों को रोकने का प्रयास करने वाले अधिकारी बुरी तरह से चोटिल हो चुके है। कंधा तथा कलाई गई हैं। लुधियाना के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। घायल जगविंदर सिंह चीमा पावर लिफ्टिंग के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी है। अतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीत चुके है। हाल चाल पूछने के लिए कई पुलिस के बड़े अधिकारी अस्पताल पहुंच रहे है।
घायल अधिकारी ने बताया कि वह कमांडो विंग में बतौर कमांडेंट तैनात है। एसपी स्तर का रेंक है। किसान आंदोलन की वजह से उनकी ड्युटी शंभू सीमा पर लगाई गई। किसान पोकलेन मशीन को आगे लेकर जा रहे थे। उन्होंने किसानों को ऐसा करने से रोका तो धक्कामुक्की हो गई। ऐसे में उनके कंधे पर गंभीर चोट आ गई। थोड़ी देर उपरांत कंधा तथा कलाई में एकदम सुजन हो गई। उन्हें राजपुरा के अस्पताल लेकर जाया गया। वहां पर प्लास्टर लगा दिया। दर्द से तकलीफ अधिक बढ़ गई।
ऐसे में लुधियाना के एक निजी अस्पताल में सभी टेस्ट हुए तो पता चला कि कंधा तथा कलाई की हड्टी टूट चुकी है। अब अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। आगे से कुछ बेहतर महसूस किया जा रहा है। कई पुलिस के बड़े अधिकारी उनका हाल पूछने के लिए पहुंच रहे है। आंदोलन को लेकर अब किसान तथा उपद्रवियों पर सवाल उठने लगें है कि वे लोग पुलिस को अपना निशान बना रहे है। कई पंजाब तथा हरियाणा के पुलिस कर्मचारी तथा अधिकारी चोटिल हो गए। इधर, घायलों की संख्या में किसानों की भी काफी है। उन्हें इलाज के लिए पटियाला के रजिंदरा अस्पताल भर्ती किया गया। सारा खर्च राज्य सरकार उठा रही है। इस बात का दावा आप सरकार ने किया।