IMPORTANT NEWS—-खाकी को दाग लगाने वाला डीएसपी गिरफ्तार…..यह किया था गुनाह,पूछताछ में हुई बड़ी कार्रवाई

एसएनई नेटवर्क.चंडीगढ़। 

बहुचर्चित बाबा दयालदास हत्याकांड में 50 लाख रुपये की रिश्वत मांगने और 35 लाख में सौदा कर 20 लाख रुपये की वसूली करने के मामले में नामजद तत्कालीन डीएसपी फरीदकोट सुशील कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह मौजूदा समय में आईबीआर लुधियाना में तैनात थे। सुशील कुमार को गुरुवार को फरीदकोट की अदालत में पेश किया जाएगा। डीएसपी के परिवार के सदस्यों का कहना है कि सुशील कुमार को विजिलेंस ने जांच में शामिल होने फिरोजपुर दफ्तर में बुलाया था और पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया।


यह था पूरा प्रकरण


पुलिस के अनुसार 7 नवंबर 2019 को गांव कोट सुखिया स्थित डेरा बाबा हरका दास के प्रमुख बाबा दयाल दास की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना वाले दिन ही थाना सदर कोटकपूरा पुलिस ने मृतक के गुरु भाई बाबा गगनदास की शिकायत पर मोगा के गांव कपूरे निवासी संत जरनैल दास व अज्ञात पर केस दर्ज किया था, जिसमें पुलिस ने कार्रवाई करते हुए वारदात को अंजाम देने वाले शूटरों समेत अन्य सहयोगियों को तो गिरफ्तार कर लिया लेकिन मुख्य आरोपी जनरैल दास को एक जांच रिपोर्ट के आधार पर क्लीन चिट दे दी।


नई एसआईटी में आई थी बाहर सच्चाई


इसके बाद मामले के शिकायतकर्ता बाबा गगन दास के पैरवी करने पर आईजी फरीदकोट प्रदीप कुमार यादव ने जांच के लिए नई एसआईटी बना दी, जिसमें फरीदकोट के एसपी गगनेश कुमार, डीएसपी सुशील कुमार, आईजी दफ्तर के एसआई खेमचंद पराशर को शामिल किया। इन्होंने आईजी के नाम पर शिकायतकर्ता को डरा धमकाकर 50 लाख रुपये की मांग करनी शुरू कर दी।


पुलिस अधिकारियों ने तर्क दिया कि जनरैल दास ने खुद को बेकसूर साबित करने के लिए तत्कालीन डीआईजी फरीदकोट सुरजीत सिंह को एक करोड़ की रिश्वत दी थी। अब उसे फिर से केस में नामजद करने के लिए शिकायतकर्ता उन्हें पैसे दे। इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने बाबा गगन दास से 35 लाख रुपये सौदा कर लिया, जिसमें से 20 लाख की वसूली भी कर ली और तीनों पुलिस अधिकारियों को रिश्वत वसूलने के काम में गोशाला सिंह वाला के प्रमुख बाबा मलकीत दास व फरीदकोट के जसविंदर सिंह जस्सी ठेकेदार ने भी साथ दिया।

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