IMPORTANT NEWS…..जहर उगला जा रहा कनाडा की धरती में भारत के खिलाफ….पीएम ट्रूड़ो दे रहे बढ़ावा, भारतीय विदेश मंत्रालय ने जताई कड़ी आपत्ति

विनय कोछड़.चंडीगढ़।

विदेशी धरती खासकर कनाडा में भारत के खिलाफ साफतौर पर जहर उगला जा रहा है। इस प्रकार की हरकतों को अंजाम देने वाले खालिस्तान समर्थक तथा खालिस्तान आतंकी शामिल है। पता चला है कि इन साजिशों को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो उनका खास समर्थन दे रहे है। क्योंकि, उनकी सरकार खालिस्तानी समर्थकों से ही चल रही है। दरअसल, पिछले दिनों खालसा दिवस के उपलक्ष्य पर रखे कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ट्रूडो को आमंत्रित किया गया। वहां पर खालिस्तानी समर्थकों ने खालिस्तान जिंदाबाद के सरेआम नारे लगाए। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस बात की कड़ी आपत्ति जताते हुए दिल्ली में कनाडा के उप-उच्चायोग को तलब कर लिया। 

कनाडा की धरती आरंभिक तौर पर ही खालिस्तान को समर्थन देती आई। इसके पीछे खास वजह है कि वहां पर खालिस्तानी काफी संख्या में रहते है। एक अनुमान के मुताबिक, उनकी कुल संख्या लगभग 10 लाख है। प्रतिदिन किसी न किसी चौक चौराहे पर खालिस्तानी झंडा लेकर भारत के खिलाफ जहर उगलना आरंभ कर देते है। कभी भारतीय प्रधानमंत्री या देश के झंडे का साफतौर पर निरादर करते हुए दिखाई देते है। हैरान करने वाली बात यह है कि आज तक कनाडा सरकार ने इनके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की। ऊपर से वहां की सरकार इसका समर्थन करते हुए यह कहती है कि उनके देश में हर नागरिक को विरोध करने का लोकतांत्रिक अधिकार है। बता दें कि पिछले वर्ष खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर का अज्ञात हमलावरों द्वारा गोलियां मार कर कत्ल कर दिया था। उस मामले में कनाडा सरकार ने भारत का हाथ होने का संगीन आरोप लगाया था। सबूत पेश करने का दावा कनाडा सरकार आज तक साबित नहीं कर पाई। उस दौरान दोनों देशों के बीच राजनीतिक तथा व्यापारिक तौर पर खटास पैदा हो गई थी। 

ताजा मामले की आग अब तक नहीं बुझी थी कि फिर से खालिस्तानी कनाडा में भारत के खिलाफ जहर उगलने के लिए सक्रिय हो गए। बताया जा रहा है कि जब खालिस्तानी समर्थक नारे तथा अलगाववाद विचार धारा को जोर जोर से चिल्लाया जा रहा था तो जस्टिन ट्रूडो खुश दिखाई दे रहे थे। उनकी सरकार इसका पूरी तरह से समर्थन कर रही थी। मामला जब मीडिया में प्रकाशित हुआ तो भारत के विदेश मंत्रालय ने इस पर कड़ा ऐतराज जताया। कनाडा के उप-उच्चायोग को तलब कर कड़ी आपत्ति जताई गई। पता चला है कि प्रधानमंत्री के साथ कट्टर खालिस्तानी जगजीत सिंह  भी शामिल हुए। ट्रूडो सरकार बनाने में जगजीत का अहम रोल रहा है। 

100% LikesVS
0% Dislikes