वरिष्ठ पत्रकार.चंडीगढ़।
पूर्व मंत्री और वरिष्ठ शिरोमणि अकाली दल (शिअद) नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ विजिलेंस ने कड़ा शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पूर्व डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय और ईडी के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर निरंजन सिंह के बाद अब पूर्व विधायक अमरपाल सिंह उर्फ बोनी अजनाला ने भी मजीठिया के खिलाफ आज बयान दर्ज कराए हैं। साथ ही विजिलेंस की टीम मजीठिया के पूर्व पीए तलबीर के बयान दर्ज करने के लिए अमृतसर रवाना हो चुकी है।
बयान में बोनी ने क्या कुछ खास कहा, जानिए, इस रिपोर्ट में….?
बयान देने के उपरांत बोनी ने कहा “मैंने 2013 में तत्कालीन सीएम प्रकाश सिंह बादल को जो पत्र लिखा था, उसी के बारे में आज विजिलेंस को बताया है। मैं अब भी अपने उस स्टैंड पर कायम हूं।” उन्होंने यह भी दावा किया कि मजीठिया ने उन्हें एक नशा तस्कर से अपने घर पर पर मुलाकात कराई थी और उसे अपना ‘जिगरी यार’ कहा था। अजनाला ने कहा- “मैं तो 2013, 2014 और 2015 से लगातार सरकार से कह रहा था कि पंजाब को नशे से बचा लो और जांच करवाओ।”
…अब तक मजीठिया ये-ये हुआ बरामद
जब विजिलेंस ने मजीठिया को गिरफ्तार किया तो उस समय मजीठिया से जुड़ी 26 जगह पर दबिश दी गई। इस दौरान मजीठिया के घर से 29 मोबाइल फोन, 5 लैपटॉप, 3 आईपैड, 2 डेस्कटॉप, 8 डायरियां और अन्य दस्तावेज जब्त किए गए। वहीं, विजिलेंस ने कहा कि मजीठिया ने अवैध तरीके से 540 करोड़ की संपत्ति बनाई है।
जांच में पाया गया बेहिसाब नकदी जमा
अभी तक जांच में सामने आया कि मजीठिया द्वारा नियंत्रित कंपनियों के बैंक खातों में 161 करोड़ रुपए की बेहिसाब नकदी जमा है। संदिग्ध विदेशी संस्थाओं के माध्यम से 141 करोड़ रुपए का लेन-देन किया। कंपनी के वित्तीय विवरणों में बिना किसी सूचना और स्पष्टीकरण के 236 करोड़ रुपए की राशि का खुलासा किया गया।