वरिष्ठ पत्रकार.चंडीगढ़।
बीएसएफ ने ड्रोन की घुसपैठ को रोकने के अपने उपायों के तहत पंजाब और जम्मू में भारत-पाकिस्तान सीमा पर चौकियों पर अतिरिक्त जनशक्ति जुटाने का आदेश दिया है। सूत्रों ने बताया कि चंडीगढ़ में मुख्यालय वाली सीमा सुरक्षा बल की पश्चिमी कमान ने इन दोनों क्षेत्रों में अग्रिम मोर्चे पर नौ “सामरिक” मुख्यालय स्थापित करने का भी निर्देश दिया है, जिसमें अधिकतम खुफिया और संचालन संबंधी साजो-सामान को नए बनाए गए नियंत्रण कक्ष की निगरानी में यहां “स्थानांतरित” किया जाएगा।
पिछले सप्ताह के अंत में यह कदम उठाया गया
सामरिक या ‘टैक मुख्यालय’ एक अग्रिम बेस होता है जो सीमा के करीब, सीमा चौकी के ठीक पास और पीछे की ओर बटालियन बेस से आगे होता है। सूत्रों ने बताया कि ‘टैक मुख्यालय’ में सभी कार्यक्षेत्रों से एक वरिष्ठ कमांडर की मौजूदगी भी होगी, जिसमें उस बटालियन का कमांडिंग ऑफिसर (सीओ) भी शामिल होगा जिसकी यूनिट इन संवेदनशील सीमा चौकियों पर तैनात है। उन्होंने बताया कि बल के “अधिकतम” जवानों को बटालियन मुख्यालय से हटाकर इन दोनों क्षेत्रों में सीमा सुरक्षा इकाइयों में भेजने के निर्देश भी जारी किए गए हैं। सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने बताया कि सीमा पार से घुसपैठ और पाकिस्तान से ड्रोन की उड़ानों के दृष्टिकोण से इन सीमावर्ती क्षेत्रों में “भेद्यता और निरंतर खतरे” को ध्यान में रखते हुए पिछले सप्ताह के अंत में यह कदम उठाया गया था।
इन कदमों को तत्काल उठाने का निर्देश
पंजाब स्थित एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “निर्देशों में इन कदमों को तत्काल उठाने का निर्देश दिया गया है।” हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि कमांडिंग अधिकारियों को अपने-अपने टीएसी मुख्यालयों में “हर समय” उपस्थित रहने के लिए कहने से कमांड और प्रशासन संबंधी मुद्दे पैदा होंगे। बीएसएफ के फील्ड अधिकारियों ने बताया कि एक बटालियन का सीओ कई कंपनियों और इकाइयों के लिए जिम्मेदार होता है, जो पूरे क्षेत्र में तैनात होती हैं और ऐसे अधिकारी को 24X7 एक ही स्थान पर तैनात रहने के बजाय अपनी विभिन्न इकाइयों में घूमते रहना पड़ता है।
2,289 किलोमीटर लंबी सीमा
बीएसएफ को 2,289 किलोमीटर लंबी भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा का काम सौंपा गया है, जो उत्तर में जम्मू-कश्मीर से लेकर देश के पश्चिमी हिस्से में पंजाब, राजस्थान और गुजरात तक फैली हुई है। बल की पंजाब सीमा इस सीमा के 553 किलोमीटर हिस्से की सुरक्षा करती है, जबकि जम्मू सीमा नियंत्रण रेखा (एलओसी) के 40.07 किलोमीटर से लेकर अंतरराष्ट्रीय सीमा के 191.66 किलोमीटर हिस्से की सुरक्षा करती है।
294 ड्रोन बरामद
बीएसएफ ने पिछले साल पंजाब में कुल 294 ड्रोन बरामद किए और करीब 283 किलोग्राम हेरोइन जब्त की। इनमें से ज्यादातर मानवरहित उड़ान उपकरण चीन में बने थे। 2023 में इस सीमा पर ड्रोन जब्ती की संख्या 107 थी।बीएसएफ ने पिछले साल पंजाब सीमा से चार पाकिस्तानी घुसपैठियों को भी मार गिराया और 30 पाकिस्तानी नागरिकों के साथ 161 भारतीय तस्करों को भी पकड़ा।