वरिष्ठ पत्रकार.चंडीगढ़।
दिल्ली में नए साल की शुरुआत तीखी राजनीतिक बहस के साथ हुई, जब आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत को लिखे पत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर मतदाताओं के नाम हटाने और नकदी बांटने का आरोप लगाया।
इस पर पलटवार करते हुए दिल्ली भाजपा प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला किया और उनसे भ्रष्टाचार खत्म करने, झूठे वादे करना बंद करने और यमुना की खराब स्थिति के लिए माफी मांगने का आग्रह किया। बुधवार को लिखे अपने पत्र में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आरएसएस प्रमुख से कई सवाल पूछे।
आप नेता ने मोहन भागवत से पूछा कि क्या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) भाजपा द्वारा किए गए “गलत कामों” का समर्थन करता है। अरविंद केजरीवाल ने यह भी सवाल किया कि क्या आरएसएस भाजपा नेताओं द्वारा वोट खरीदने के लिए पैसे बांटने और “बड़े पैमाने पर” पूर्वांचली और दलित मतदाताओं के नाम हटाने का समर्थन करता है।
वहीं, भाजपा ने केजरीवाल और आप पर दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या और बांग्लादेशी लोगों को वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल करने के लिए दस्तावेज और पैसे मुहैया कराने का आरोप लगाया है। इस बीच, दिल्ली भाजपा प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “नए साल के पहले दिन हम अक्सर संकल्प लेते हैं। मैंने आप संयोजक अरविंद केजरीवाल को एक पत्र लिखा है, जिसमें उनसे झूठ बोलना बंद करने, भ्रष्टाचार खत्म करने, अपने बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों के नाम पर झूठे वादे करने से बचने और यमुना की स्थिति के लिए माफी मांगने का आग्रह किया है।”