PUNJAB की 2 हस्तियां पद्मश्री पुरस्कार से होगी सम्मानित……..CINEMA को दी नई उड़ान

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वरिष्ठ पत्रकार.चंडीगढ़। 

पंजाब की निर्मल ऋषि और प्राण सभरवाल को कला के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान के लिए पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया है। दरअसल, निर्मल ऋषि को गुलाबो मौसी किरदार से पहचान मिली थी। निर्मल ऋषि पंजाबी फिल्म व टेलीविजन अभिनेत्री हैं। उन्हें उनकी पहली फिल्म लौंग दा लश्कारा (1983) में गुलाबो मासी की भूमिका के लिए सबसे ज्यादा याद किया जाता है। उनका जन्म 1943 में मनसा जिले के खिवा कलां गांव में हुआ था। उनके पिता बलदेव कृष्ण ऋषि और माता का नाम बचनी देवी था। स्कूल के दिनों से ही उन्हें थिएटर का बहुत शौक था। उन्हें शारीरिक शिक्षा प्रशिक्षण बनना चुना और शारीरिक शिक्षा के लिए सरकारी कॉलेज पटियाला में दाखिला लिया। उन्होंने 60 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया। निक्का जैलदार और द ग्रेट सरदार जैसी पंजाबी फिल्मों से भी खूब चर्चा में आईं।


प्राण ने रामलीला देख शुरू किया था अभिनय


प्राण सभरवाल पंजाब के एक अनुभवी अभिनेता और प्रसिद्ध थिएटर कलाकार हैं। उनका जन्म वर्ष 1930 में जालंधर में हुआ था और जब वह केवल नौ वर्ष के थे, तब उन्हें अभिनय में रुचि हो गई। वह अपने चाचा और पिता के साथ जालंधर में रामलीला देखने जाते थे और तुरंत ही उन्हें थिएटर में राम के अभिनय की कला से प्यार हो गया।

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