वरिष्ठ पत्रकार विजय शर्मा.नितिन धवन.अमृतसर /चंडीगढ़।

पाकिस्तान अपनी गुस्ताखियों से बाज नहीं आ रहा। कभी भारत में ड्रोन माध्यम से हेरोइन की खेप या फिर हथियार भेजकर, देश को दहलाने के प्रयास करता हैं। लेकिन, भारत की सीमा सुरक्षा बल की टीम हमेशा ही इसकी नापाक हरकतों को नाकाम कर देते हैं। ताजा मामला पंजाब के सीमांत क्षेत्र अमृतसर से जुड़ा हैं। 14-15 अप्रैल की मध्यकालीन रात्रि ड्रोन के माध्यम से भेजी गई 17 करोड़ की हेरोइन बरामद हुई। खेप किसान के खेत से हासिल हुई। प्राथमिक जांच में पता चल पाया है कि खेप देश-विदेश में सप्लाई की जानी थी। इस खेप के साथ जुड़े तस्करों की तलाश जारी हैं। इस बात की पुष्टि, सीमा सुरक्षा बल के एक शीर्ष प्रवक्ता ने की।
भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित अमृतसर की बचीविंड पोस्ट पर कार्यरत सीमा सुरक्षा बल जवान मुस्तैदी के साथ कड़ा पहरा दे रहे थे। देर रात्रि , 14-15 की मध्यकालीन रात्रि में पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन की आहट भारतीय क्षेत्र में सुनाई दी गई। टीम एकदम सतर्क हो गई। टीम ने चेतावनी दी , लेकिन ड्रोन वापस नहीं लौटा। टीम ने रोशनी बम तथा गोलीबारी आरंभ की। तत्काल ड्रोन वापस लौट गया।
घना अंधेरा होने की वजह से रात्रि को तलाशी अभियान नहीं चलाया। अल-सुबह सीमा सुरक्षा बल की टीम तथा स्थानीय पुलिस ने सर्च अभियान चलाया। सीमांत क्षेत्र के पास एक किसान के खेत में संदिग्ध वस्तु दिखाई दी। पास आकर देखा तो पीले रंग का बैग था। तलाशी लेने पर उसमें 3 पैकेट बरामद हुए। इसमें हेरोइन की खेप थी। वजन करने पर 3 किलोग्राम से ऊपर पाया गया। अंतरराष्ट्रीय मार्केट के मुताबिक कुल कीमत 17 करोड़ के लगभग हैं। इस बात की जानकारी सीमा सुरक्षा बल के उच्च अधिकारियों तथा खुफिया एजेंसी को दे दी गई। जांच-पड़ताल जारी हैं।

कुछ संदिग्ध हिरासत में
सूत्रों से पता चला है कि इस मामले के साथ जुड़े कुछ संदिग्ध को स्थानीय पुलिस ने हिरासत में लिया। बताया जा रहा है कि वह मादक पदार्थ से जुड़े अपराधिक गतिविधियों में शामिल रहें। उनसे गहनता के साथ पूछ पड़ताल जारी हैं। अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई कि वह कहां से संबंध रखते हैं। उनकी पहचान को सार्वजनिक नहीं किया गया। गौरतलब है, कि पिछले दिनों भी खेप सहित पाकिस्तान के साथ संबंध रखने वाले तस्करों को फाजिल्का पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उस मामले के तार भी यहां जुड़े होने की आशंका जताई जा रही हैं।