आप का वार—भ्रष्टाचार के आरोप में 210 से पार लोग हुए गिरफ्तार

एसएनई नेटवर्क.चंडीगढ़।

पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार के सत्ता में आने के बाद से अब तक भ्रष्टाचार के आरोप में 210 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। इनमें 25 राजपत्रित अधिकारी और 135 अन्य विभागों के अधिकारी शामिल हैं। गिरफ्तार किए गए लोगों में सरकार के कैबिनेट मंत्री सहित पिछली कांग्रेस सरकार के मंत्री, एक शीर्ष आईएएस अधिकारी, एक आईएफएस अधिकारी और 50 से अधिक पुलिस अधिकारी शामिल है।


मान सरकार ने अपने ही स्वास्थ्य मंत्री को बर्खास्त किया
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि भ्रष्टाचार के आरोप में मान सरकार ने अपने ही स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को बर्खास्त किया और बाद में भ्रष्टाचार के एक मामले में कांग्रेस के पूर्व मंत्री साधु सिंह धर्मसोत, 2008-बैच के आईएएस अधिकारी संजय पोपली को गिरफ्तार करने सहित कई बड़े नेताओं अधिकारियों पर शिकंजा कसा है। निदेशक पेंशन और भारतीय वन सेवा अधिकारी विशाल चौहान पर कार्रवाई की गई। इसके अलावा दो सरकारी अधिकारियों को सस्पेंड किया गया।


जुलाई माह में 8 सरकारी बाबू गिरफ्तार
भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के तहत जुलाई के महीने में ही पांच अलग-अलग मामलों में आठ सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। आरोपियों में पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) के दो कर्मचारी और लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के तीन कर्मचारी शामिल हैं। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने 14 आपराधिक मामले दर्ज किए थे जिनमें 20 आरोपी भ्रष्टाचार में शामिल थे। इन आपराधिक मामलों में चार पुलिस कर्मियों, दो राजस्व अधिकारियों और इंप्रूवमेंट ट्रस्ट लुधियाना के छह कर्मचारियों सहित इसके पूर्व अध्यक्ष रमन बाला सुब्रमण्यम पर विजिलेंस की जांच चल रही है। सुब्रह्मण्यम की पहचान एक शक्तिशाली अधिकारी के रूप में है, जिनकी देखरेख में यह घोटाला हुआ था।


80 निजी व्यक्तियों की गिरफ्तारी
विजिलेंस ब्यूरो ने करीब 80 निजी व्यक्तियों को भी गिरफ्तार किया है। सात मामलों में, विभिन्न अदालतों द्वारा आठ सरकारी अधिकारी और एक निजी व्यक्ति को दोषी ठहराया गया है। वाहनों के फर्जी रजिस्ट्रेशन नंबर पर परिवहन टेंडर आवंटित करने के मामले में पूर्व खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले के मंत्री भारत भूषण आशु के खिलाफ शुक्रवार को नया मामला दर्ज किया गया है और इस विभाग के कई अधिकारी भी जांच के दायरे में हैं।


हेल्पलाइन पर आईं 4135 शिकायतें
मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा जारी एंटी करप्शन हेल्पलाइन नंबर भ्रष्ट अधिकारियों का पर्दाफाश करने में बेहद कामयाब साबित हुआ है। लोग इसका प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए आगे आ रहे हैं। इस साल 23 मार्च को नंबर जारी होने के बाद से अकेले हेल्पलाइन में शिकायतों के कारण 61 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 40 प्राथमिकी दर्ज की गईं। सरकार को दिए गए नंबर पर ऑडियो, वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ 4135 शिकायतें मिलीं हैं।

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