एक्शन मूड में ”चन्नी”, गरीबों के लिए बड़ी राहत, अफसरशाही को सख्त निर्देश-आम-जनता की सुनें शिकायतें

बड़ा सवाल-क्या ”भ्रष्टाचार, ”रेत माफिया” पर लगा पाएंगे लगामक्या माझा के दो डिप्टी सीएम अपनी पावर का दिखाएंगे जनता के बीच कमाल, जानिए……इस खबर को विस्तार के साथ……….?

एसएनई न्यूज़.चंडीगढ़।

पंजाब के नवनियुक्त सीएम चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा प्रदेश सरकार की कमान संभालते ही गरीबों के लिए बड़ी राहत देने की घोषणा कर दी। अफसरशाही को सख्त लिहाजे से दिशा-निर्देश जारी करते कहा सप्ताह में दो दिन आम-जनता की शिकायतें सुनी जाए, अन्यथा विभागीय कार्रवाई होना संभव है। इस राजनीति समीकरण को देखते हुए बड़ा सवाल यह भी है कि क्या चन्नी प्रदेश में भ्रष्टाचार, रेत माफिया पर पूर्ण रूप से लगाम लगाने में वाक्य ही सफल रह पाते है या फिर अतीत में जितने भी मुख्यमंत्रियों द्वारा किए गए वादे की तरह ही यह एक महज जुमला बनकर रह जाएगा। उधर, माझा के दो डिप्टी सीएम ओम प्रकाश सोनी, सुखजिंदर सिंह सुखी रंधावा माझा के लिए क्या कुछ कमाल कर दिखा पाएगे। इस बात को लेकर भी राजनीतिक गलियारों में बड़ी चर्चा छिड़ गई है।  


 मी-टू जैसे विवादित मामलों को भूल कर चन्नी ने पहले दिन अपने पद्भा भार को संभालते ही अहम फैसले पर घोषणा कर दी। एक्शन मूड में दिखे चन्नी ने गरीबों को बड़ी राहत देते हुए गांव में रहने वाले गरीब परिवारों के बिजली बिल माफ कर देने की घोषणा कर दी। अफसरशाही को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि आम-जनता की सेवा करना हर बाबू सरकारी दायित्व है। इसलिए रूप से लोगों की शिकायतें सुनने के लिए सप्ताह में दो दिन का समय निर्धारित किया जाना चाहिए, अन्यथा शिकायत मिलने पर बाबू के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी हो सकती है। दरअसल, पिछले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर के कार्यकाल में अक्सर शिकायतें आती रही है कि बाबू लोगों की शिकायतें नहीं सुनते है तथा लंबे समय तक लोग परेशान रहते है। इसी वजह से चन्नी ने आते ही अपने कार्यकाल में बड़ा फैसला लेने का मन बना लिया। 


पंजाब का इस समय बड़ा मुद्दा रेत माफिया, भ्रष्टाचार , बेअदबी का है। इस मुद्दे को चन्नी ने अहम मानते हुए अपनी कैबिनेट बैठक में सख्त लगाम लगाने के अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए है। एक स्पेशल विंग बनाने की भी खबरें सामने आ रही है। उनका काम इस प्रकार कथित मामलों के खिलाफ तय तक जाकर, मेन सरगना को पकड़ना है। फिलहाल इस मुद्दे को लेकर नए सीएम चन्नी कहां तक पहुंच पाते है, इस बारे तो आने वाला समय ही तय करेगा। 


लंबे समय के बाद माझा के दो मंत्रियों को उपमुख्यमंत्री बनने का सपना साकार हुआ। इनमें ओम प्रकाश तथा सुखजिंदर सिंह रंधावा है। रंधावा को तो पहले कांग्रेस हाईकमान ने पंजाब की सीएम घोषित कर दिया था, जबकि अंत में विधानसभा के निकट होने की वजह से अन्य पार्टियों द्वारा दलित सीएम या डिप्टी सीएम घोषणा करने की दौड़ से पहले ही कांग्रेस ने दलित वोट बैंक का खेल खेलते हुए चन्नी को दलित चेहरा के रूप में सीएम बना  दिया। ओम प्रकाश सोनी तथा सुखजिंदर रंधावा अब माझा के लिए कितने कारगर साबित होते है। इसका तो आने वाला समय या फिर राजनीति की नई पटकथा ही तय करेगे।  

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