राष्ट्रीय चैनल ने की अधिकारिक पुष्टि…हमारा किसी फर्जीवाड़ा से नहीं कोई लेनदेन…लीगल टीम कर रही काम..अगर किसी को परेशानी है तो चैनल एवं पुलिस में करें शिकायत
एसएनई नेटवर्क.चंडीगढ़/मुंबई।

एसएनई न्यूज अपने प्रिय पाठकों के समक्ष इतिहास में बड़ा धमाका करने जा रहा है। न्यूज चैनल के हाथ पक्के साक्ष्य लगें है, जिसमें एक बड़े राष्ट्रीय चैनल के नाम पर पंजाब में बड़ा फर्जीवाड़ा चल रहा है। फर्जीवाड़ा करने वाला उस राष्ट्रीय चैनल का एग्जीक्यूटिव एडिटर बताकर , भोले-भाले पत्रकारों को अपने जाल में फंसाकर पैसे लेकर मोटी ठगी मार रहा है।

इस मामले को लेकर पुलिस के पास शिकायत पहुंच चुकी है। जबकि, चैनल ने आधिकारिक रूप से पुष्टि करते हुए साफ तौर पर कहा कि हमारा इस प्रकार के लोगों से कोई लेनदेन नहीं है। अगर किसी प्रकार की समस्या है तो चैनल के समक्ष या फिर पुलिस को शिकायत करें। वैसे भी हमारी लीगल टीम इस पर काम कर रही है।

एसएनई न्यूज की पंजाब में जांच-पड़ताल दौरान कुछ साक्ष्य सामने आए है कि यह फर्जी व्यक्ति कथित तौर पर एग्जीक्यूटिव एडिटर का हवाला देकर भोले-भाले पत्रकारों को अपने जाल में फंसा रहा है। उनके व्हाट्सएप नंबर पर पूर्व में जान-पहचान बनाता है। फिर बाद में उन्हें चैनल में किस पोस्ट पर अप्लाई करना है। उसके लिए हर पोस्ट के हिसाब से दाम तय किए गए है, उसकी सूची व्हाट्सएप पर भेज देता है। इतनी ही नहीं, चैनल के प्रधान संपादक तथा चैनल के साथ हर जुड़ी गोपनीय जानकारी हर किसी के साथ साझा करता है।

बताया जा रहा है कि पंजाब में पत्रकार में दिलचस्पी रखने वाले कुछ लोगों को इस फर्जी व्यक्ति ने अपने जाल में फंसाकर उनसे कई लाखों रुपए ठगने की बात भी सामने आई। उनके मुताबिक, मोबाइल पर संपर्क कर पूर्व में व्हाट्सएप पर अपना चैनल से संबंधित फर्जी पहचान पत्र भेजा। फिर चैनल में कार्य करने के लिए एक सूची भेजी गई।
सूची के मुताबिक, चैनल में जिला रिपोर्टर के लिए रजिस्ट्रेशन फीस 10 हजार, ब्यूरो के लिए 15 हजार, जोनल हेड के लिए 18 हजार, प्रतिमाह सैलरी जिला रिपोर्टर 28 हजार, ब्यूरो की प्रतिमाह सैलरी 35 हजार, जोनल हेड की 45 हजार सैलरी तय की गई।
यह भी जानना आपके लिए जरूरी…समझिए कैसे
इस सूची में विवरण किया गया है कि अगर कोई विज्ञापन देता है तो उसे 40 फीसद कमिशन मिलेंगा। विज्ञापन का कोई टारगेट नहीं रखा गया। पहचान-पत्र की अवधि एक वर्ष की रखी गई। लेट स्टीकर डायरी, ब्लूटूथ कैमरा तक मिलेगा। पहचान-पत्र की अवधि समाप्त होने पर कोई अलग से खर्च नहीं लगेगा। जब भी काम छोड़ना होगा तो पैसे वापिस मिल जाएगे। व्हाट्सएप पर मंगवाई जाती है पहचान-पत्र तथा महत्वपूर्ण जानकारी यह फर्जीवाड़ा चलाने वाला इतना शातिर दिमाग का है। किसी को कोई शंका न हों। इसके लिए फर्जी मोबाइल का नंबर इस्तेमाल करता है। जांच-पड़ताल में सामने आया है कि मोबाइल नंबर किसी अन्य के नाम पर चल रहा है। मोबाइल पर ही किसी भी तरह से पोस्ट अप्लाई करने वाले आधार कार्ड फोटो कापी, ईमेल आईडी, गाड़ी का रंग, गाड़ी नंबर, अकाउंट नंबर की डिटेल मंगवाई जाती है। अंत में लिखा जाता है कि ऑफर रात 8 बजे तक रहेगा।
ईमेल पर जानकारी मांगने पर साफतौर पर इंकार
यह फर्जीवाड़ा चलाने वाले मुख्य संचालक इतना शातिर है कि जब उसे चैनल से संबंधित जानकारी ईमेल आईडी पर मांगी गई तो उसने फोन ही काट दिया। इससे साफ तौर पर जाहिर होता है कि उन्हें शक पड़ गया कि ईमेल आईडी पहुंचने के बाद उसका खेल समाप्त हो जाएगा। फिलहाल, इस ठग इंसान ने उस राष्ट्रीय चैनल का अपने व्हाट्सएप पर लोगो भी लगा रखा है, ताकि हर कोई उसे उक्त राष्ट्रीय चैनल का हिस्सा समझें।
कोई राष्ट्रीय चैनल नहीं करता इस प्रकार जालसाजी
भारत के हर राष्ट्रीय चैनल एक प्रक्रिया बना रखी है। उस प्रक्रिया के मापदंड के हिसाब से काम करता है। अगर किसी भी कर्मचारी को हायर करता है तो सबसे पूर्व एचआर विभाग की काल पत्रकार को आती है। निर्धारित समय के मुताबिक, उसकी इंटरव्यू होने के उपरांत फैसला लिया जाता है कि यह पत्रकार या फिर उनके चैनल में काम करने के सक्षम है, उसके बाद पत्रकार की ईमेल आईडी पर ऑफर लेटर तथा जॉइनिंग लेटर आता है। किसी प्रकार से कोई भी सिक्योरिटी लेने की बात को चैनल पुष्टि नहीं करता है।
आमजन से अपील
एसएनई न्यूज़ आमजन से कडी अपील करता है कि इस प्रकार के फर्जीवाड़ा करने वाले लोगों से सचेत रहें। यहीं लोग आपके इर्द-गिर्द अपनी असली पहचान छिपाकर रह रहें हैं। अगर शक हों तो कृपया पुलिस को शिकायत अनिवार्य करें, ताकि इनका पर्दाफाश किया जा सके। फिलहाल, इन लोगों की छवि की वजह से एक सम्मानजनक पत्रकार पेशा बदनाम हो रहा है। इन लोगों की जगह सलाखों के पीछे है।
चैनल की प्रतिक्रिया
राष्ट्रीय चैनल के एक बड़े अधिकारी से बात हुई तो उन्होंने साफतौर पर कहा कि चैनल किसी से कोई भी सिक्योरिटी की मांग नहीं करता है। जानबूझकर कुछ लोग चैनल की छवि को बदनाम करने के लिए ,इस प्रकार के षड्यंत्र रच रहें है। उनका ऐसे लोगों से किसी प्रकार से कोई लेना देना नहीं है। लीगल टीम इस पर काम कर रही है। अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी है तो हमारे ईमेल आईडी पर शेयर कर सकते है।