एसएनई नेटवर्क.चंडीगढ़।

एक के बाद एक भगवंत मान की नव-नियुक्त सरकार में काम करने वाले ऐतिहासिक फैसला लेकर पंजाब की जनता तथा विपक्ष को सोचने के लिए बार-बार मजबूर कर रहे है। इस बार पंजाब सरकार के सरकारी अधिवक्ता (एजी) डाक्टर अनमोल रतन सिद्वू ने बड़ा फैसला लेते कहा कि वह सरकारी पगार सिर्फ एक रुपए लेंगे, जबकि शेष पगार विधानसभा हलका पूर्वी के क्षेत्र अधीन नशा प्रभावित परिवार को आर्थिक मदद के तौर पर वितरित कर देंगे।
इससे पूर्व शिअद के पांच बार रह चुके सीएम प्रकाश सिंह बादल ने सरकार को पत्र लिखकर अपनी पेंशन नहीं लेने के बारे बोल दिया। फिर आम आदमी के विधायक गुरदेव सिंह देव मान ने भी एक रुपए पगार लेने का फैसला किया। सरकारी अधिवक्ता डाक्टर अनमोल रतन सिद्वू ने शनिवार को अपना पद संभाला तो साथ ही घोषणा कर दी वह प्रतिमाह मिलने वाली पगार में सिर्फ 1 रुपए पगार लेगे, जबकि शेष पगार नशा पीड़ित परिवार में आर्थिक मदद में खर्च होगी।
अनमोल रत्न पूर्व में पंजाब एंड हरियाणा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष है। काफी पढ़े-लिखे तथा समझदार है। हमेशा से हंसमुख स्वभाव के रूप से जाने जाते है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के बेहद करीब भी है। पूर्व की कैप्टन अमरिंदर सरकार में भी डाक्टर अनमोल रतन सिद्वू को अतुल नंदा की जगह नया एजी बनाने को लेकर काफी चर्चा हुई थी, जबकि सिद्वू-चन्नी के विवाद के कारण इन्हें अवसर नहीं मिल पाया।
अब जबकि पटवालिया के इस्तीफा देने के बाद एजी का पद रिक्त पड़ा था। इसलिए डॉक्टर अनमोल रतन सिद्वू को इस पद के लिए अवसर दिया गया। अब देखना होगा, काफी महत्वपूर्ण पद हासिल करने के उपरांत नए एजी क्या कुछ कर दिखा पाते है। क्योंकि, बेअदबी मामले से लेकर एसवाईएल जैसे मुद्दे पर एक सरकारी अधिवक्ता की जिम्मेदारी काफी बढ़ जाती है। कैसे अदालत में सरकार के पक्ष को पेश करना है।