कनाडा का अहम फैसला…..ईमानदार स्टडी इमिग्रेशन कंपनी को मिलेगा अवसर, अन्य की होगी छुट्टी

GARMISCH-PARTENKIRCHEN, GERMANY - JUNE 26: Canadian Prime Minister Justin Trudeau listens to other G7 leaders speaking at the ?Global Infrastructure? side event during the G7 summit at Schloss Elmau on June 26, 2022 near Garmisch-Partenkirchen, Germany. Leaders of the G7 group of nations are officially coming together under the motto: "progress towards an equitable world" and will discuss global issues including war, climate change, hunger, poverty and health. Overshadowing this year?s summit is the ongoing Russian war in Ukraine. (Photo by Sean Gallup/Getty Images)

वरिष्ठ पत्रकार.चंडीगढ़।  

भारत के तमाम एजेंटों की ग्रेडिंग कनाडा सरकार करने जा रही है। नए बदलाव में फैसला लिया गया कि जो स्टडी इमिग्रेशन कंपनी ईमानदारी से अच्छा काम करेगी, उनको शॉर्ट लिस्ट किया जाएगा और ऐसे संस्थानों के विद्यार्थियों को जल्दी वीजा दिया जाएगा। ऐसा होने से विद्यार्थियों को कतार के आखिर में नहीं खड़ा होने पड़ेगा। यह फैसला कनाडा सरकार ने इसलिए लिया है क्योंकि भारत में एजेंटों ने फर्जीवाड़ा शुरू कर कॉलेजों के फर्जी लेटर तैयार करना शुरू कर दिए थे। 

सत्यापित किया जाएगा परमिट


नए वीजा नियमों के तहत, कनाडा में किसी भी कॉलेज या विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए अध्ययन परमिट जारी करने से पहले प्रवेश पत्र को उस कॉलेज या विश्वविद्यालय द्वारा सत्यापित किया जाएगा। वहां से सत्यापन के बाद ही छात्रों को स्टडी वीजा जारी किया जाएगा।
कनाडा के आव्रजन मंत्री मार्क मिलर ने कहा कि कई बार तो छात्रों को भी इस धोखाधड़ी के बारे में पता नहीं चल पाता है। ऐसे में हम भी छात्रों की मदद करेंगे। 

103 मामले फर्जी


आईआरसीटीसी ने पहले ही फर्जी एडमिट कार्ड वाले 1500 से अधिक छात्र वीजा आवेदनों की पहचान कर ली है। इसमें से 450 छात्र फर्जी एडमिट कार्ड के सहारे किसी तरह कनाडा पहुंच गए। इनमें से 263 मामलों की जांच की जा रही है, जिनमें से 63 मामले असली और 103 मामले फर्जी पाए गए हैं। इनमें से करीब 25 मामले पंजाब के छात्रों से भी जुड़े हैं। अब फर्जी छात्रों को डिपोर्ट किया जाएगा।

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