पंजाब गृह मंत्री रंधावा के साथ पंजाब इंटेलिजेंस के अधिकारियों साथ हुई लंबी चर्चा, पंजाब में हाई अलर्ट
एसएनई न्यूज़.पठानकोट/अमृतसर/चंडीगढ़।
पिछले दिनों पठानकोट सैन्य क्षेत्र में दो अज्ञात मोटरसाइकिल सवार ने ग्रेनेड फेंक कर धमाका किया। उस केस में अब खालिस्तान तार जुड़ने का एंगल भी सामने आने लगा है। इन दिनों पाक समर्थित आतंकी ही पंजाब में वारदात को अंजाम देने में लगा है। फिलहाल, इस बात को लेकर पुलिस तथा एजेंसियों कोई अधिकारिक पुष्टि तो नहीं कर रही, जबकि जांच का विषय बताकर कुछ बोलने को भी तैयार नहीं है।
मंगलवार को पंजाब के गृह मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पंजाब के इंटेलिजेंस विभाग के अधिकारियों के साथ अमृतसर में लंबी चर्चा हुई। इसके लिए पूरे पंजाब में हाई अलर्ट जारी करने का निर्णय लिया गया तथा साथ ही में रात को गश्त बढ़ाने पर सहमति जताई गई। आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए एक खाका भी तैयार किया गया। उसमें स्पेशल टीम काम करेंगी तथा उसके काम की रिपोर्ट हर पल की एक-दूसरे के साथ साझा होगी।
पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर पंजाब की कांग्रेस सरकार किसी प्रकार से कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहती है। इसलिए , इस मामले पर गंभीरता से लेते हुए जांच प्रक्रिया के साथ-साथ हर एंगल पर काम करने के लिए निर्देश जारी कर दिए। पठानकोट में सैन्य क्षेत्र में ग्रेनेड धमाका को लेकर 48 घंटा से ऊपर का समय बीत चुका है, जबकि पुलिस के हाथ अभी तक खाली है।
पुलिस सीसीटीवी फुटेज में अब तक कुछ खास सुराग नहीं ढूंढ पाई। अब तक जांच का दायरा सीसीटीवी फुटेज तक ही सहमत है। इधर, इस केस में अब सूत्रों से मिली खबर मुताबिक खालिस्तानी भी तार जुड़ने लगे है। क्योंकि , पिछले दिनों जितने भी टिफिन बम पकड़े गए। जांच दौरान जिन अपराधियों की गिरफ्तारी हुई। उसमें खालिस्तानी लिंक जरूर सामने आया। जबकि, इस बार भी इस लिंक पर जांच शुरू की गई।
इतना ही नहीं सरहद पार देश की मोस्ट वांटेड लिस्ट में आतंकी पाक की संरक्षण में बैठे है। वे लोग भी पंजाब में अपना ग्रुप सक्रिय करने के लिए इस प्रकार की वारदात को अंजाम देने में लगे रहते है। पंजाब पुलिस तथा खुफिया एजेंसी की इनपुट पर इनके सेल को ध्वस्त करने के लिए काफी हद तक कामयाबी भी हासिल की गई। जबकि, नेटवर्क विशाल होने के कारण , इनको जड़ से ध्वस्त करने के लिए पुलिस तथा खुफिया एजेंसी के प्रयास बरकरार है।
…अब तक पुलिस के हाथ नहीं लगा कुछ
पठानकोट सैन्य क्षेत्र में बस धमाका हुए 48 घंटा का समय हो चुका है, जबकि पुलिस जांच सिर्फ सीसीटीवी फुटेज पर ही अटकी है। इस वारदात को किन लोगों ने अंजाम दिया, उसके बारे पता लगाने में पुलिस तथा खुफिया एजेंसियां किसी निष्कर्ष तक नहीं पहुंच पाई। पुलिस जांच में हर एंगल पर पड़ताल करने का दावा कर रही है, जबकि असली गुनहगार पुलिस की गिरफ्त से कोसों दूर है।
एनआईए पहुंच सकती है कभी भी
मामला बम धमाके के साथ जुड़ा हुआ है, इसलिए ऐसे मामले ज्यादातर राष्ट्रीय जांच ब्यूरो (एनआईए) की टीम ही देखती है। इस टीम के बारे पता लगा है कि कभी भी पठानकोट पहुंच कर जांच शुरु कर सकती है। पिछले दिनों पंजाब में जितनी आतंकी संबंधी या बम मिलने की घटनाएं सामने आई। उन सब की जांच एनआईए टीम कर रही है।