वर्ष 2020 से ड्रोन विरोधी उपकरण का परीक्षण पंजाब सीमा पर जारी.. कई दौर के परीक्षण उपरांत फाइनल हुआ
एसएनई नेटवर्क चंडीगढ़/दिल्ली।
पंजाब की सीमा पर दुश्मन देश पाकिस्तान को करारा जवाब देने के लिए स्वदेशी ड्रोन विरोधी उपकरण स्थापित हो गया। यह उपकरण रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के इलेक्ट्रॉनिक विभाग ने स्वदेशी तरीके से तैयार किया। इस उपकरण की सीमा को कवर करने की क्षमता 1 हजार मीटर बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि वर्ष 2020 से इस उपकरण का परीक्षण पंजाब की सीमा पर जारी है। अब इसे अंतिम रूप दे दिया गया। फिलहाल, प्रारंभिक तौर पर पर्याप्त संख्या में इसकी सप्लाई होगी, जबकि, समय के हिसाब से इसकी संख्या को बढ़ा दिया जाएगा। इस बात की जानकारी गृह-मंत्रालय के एक विश्वसनीय सूत्र से हासिल हुई।
वर्ष 2019 में दुश्मन देश पाकिस्तान ने भारतीय सीमा में चीनी निर्मित ड्रोन के माध्यम से हथियार, गोला-बारूद, हेरोईन को सप्लाई किया था। वर्ष 2020 में ड्रोन विरोधी उपकरण तैयार करने के लिए भारतीय डीआरडीओ ने परीक्षण आरंभ कर दिया। लगभग दो साल के बाद इस प्रणाली को विकसित तौर पर तैयार कर लिया गया। इतना ही नहीं, इसका परीक्षण सफल रहने का गृह-मंत्रालय पुष्टि कह रहा है। पता चला है कि लगभग दो वर्ष 137 बार पाकिस्तान भारतीय सीमा में ड्रोन भेजा चुका है। ड्रोन के खिलाफ भारतीय सुरक्षा एजेंसी कुछ खास तो कर नहीं पाई। उसके आने पर सीमा सुरक्षा बलों द्वारा गोलीबारी की जाती रही है। उसके बाद फिर से ड्रोन पाक क्षेत्र में घुस जाता रहा है। कहने का मतलब, पाकिस्तान अपने मंसूबों में कामयाब होता रहा है। लेकिन इस स्वदेशी तकनीक के माध्यम से भारत पाकिस्तान को करारा जवाब देगा। कब से सरहद पर स्थापित किया जा रहा है, फिलहाल, इस बारे कोई समय निर्धारित होने की बात तय नहीं हो पाई।
पंजाब में 67 बार आया पाकिस्तान ड्रोन
गृह-मंत्रालय की रिपोर्ट मुताबिक, पंजाब में 67 बार पाकिस्तान की तरफ से भारतीय सीमा में घुसा। जाबांज सीमा सुरक्षा बलों ने हमेशा ही अपनी गोलियों से इसका जवाब दिया। लेकिन , ड्रोन को पकड़ने या फिर तबाह करने में भारतीय एजेंसियां कामयाब नहीं रही है। वर्ष 2019 में पहली बार पाकिस्तान की तरफ ड्रोन के माध्यम से पंजाब को दहलाने की कोशिश के मकसद से हथियार, गोला-बारूद तथा हेरोइन को भेजा था। जिसे सुरक्षा एजेंसियों एवं पंजाब पुलिस ने सर्च ऑपरेशन में बरामद कर लिया था।
पंजाब सरकार की रिपोर्ट
पंजाब सरकार ने गृह-मंत्रालय ( लोक सभा की समिति) के समक्ष चिंता जताते कहा कि पंजाब की सीमा के साथ लगते पाकिस्तान की तरफ से इस पार आए दिन ड्रोन की घटना में काफी इजाफा हो रहा है। इसके लिए कोई ठोस नीति बनानी होगी। पंजाब की इस मांग को गंभीरता से लेते हुए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए ड्रोन विरोधी उपकरण सीमा पर लगाया जाने लगा है।
इस तकनीक में क्या है विशेष
बताया जा रहा है कि इस तकनीक में एक लेजर हथियार है। रेडियो फ्रीक्वेंसी जैमर, जीपीएस जैमर तथा स्पूफर के साथ कई विशेषताएं शामिल है। सीमा का एक हजार मीटर कवर होगा। सप्लाई पर्याप्त मात्रा में दी जाएगी। समय के मुताबिक, संख्या को बढ़ाने का भी प्रावधान रखा गया।
इन सीमा पर इतनी रही पाक ड्रोन के आने की संख्या
आंकड़ों के मुताबिक, पाकिस्तान की तरफ से भारत के साथ लगती सीमा पर कुल 137 बार ड्रोन भेजा गया। इसमें सबसे अधिक पंजाब की सीमा पर 67, जम्मू-24, राजस्थान-6, गुजरात-2 तथा एक बार कश्मीर में देखा गया। लेकिन बीएसएफ तथा सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तान की नापाक हरकत को कामयाब नहीं होने दिया।