20 हजार लोगों की विशाल रैली कर सेखड़ी हाईकमान को देंगे प्रबल दावेदारी…..हाईकमान के सख्त फरमान उपरांत…तृप्त बाजवा तथा प्रताप बाजवा की टिकट दावेदारी को लगा धक्का।
अब देखना होगा…..किसके पाले में गिरती है गेंद…..मैदान में कुल 10 खिलाड़ी
नितिन धवन.बटाला/गुरदासपुर/चंडीगढ़।
पंजाब में 8वें सबसे अधिक जनसंख्या वाला शहर बटाला में कांग्रेस की राजनीति ने नया मोड़ ले लिया है। विधानसभा हलका बटाला से कांग्रेस के मजबूत टिकट की दावेदारी पेश करने वाले अश्विनी सेखड़ी के लिए, उस समय बेचैनी बढ़ गई, जब शिअद को अलविदा कहकर दबंग नेता तथा शराब कारोबारी राजेंद्र कुमार पप्पू जैतीपुर एक दिन पहले कांग्रेस में शामिल हो गए । बेबाक नेता की छवि से मशहूर पूर्व मंत्री अश्विनी सेखड़ी की टिकट कटने की सुगबुगाहट शुरु हो चुकी है। जबकि हाईकमान के समक्ष मजबूत ताकत की क्षमता रखने के नाते सेखड़ी रविवार को लगभग 20 हजार समर्थकों की एक बड़ी रैली करने का दावा कर रहे है। वैसे टिकट को लेकर दोनों के समर्थकों के बीच कशमाकश शुरु हो चुकी है।

हाईकमान के सख्त फरमान जारी करने के उपरांत, टिकट की इच्छा रखने वाले तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा के बेटे तथा प्रताप सिंह बाजवा , इस दौड़ से बाहर हो गए। पंजाब कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के प्रमुख अजय माकन ने साफ तौर पर संदेश दे दिया था कि इस बार पंजाब में किसी रिश्तेदार को टिकट बिल्कुल ही नहीं मिलेगी। किसी अन्य क्षेत्र से चुनाव लड़ने की बात को भी खारिज कर दिया। अब देखना होगा की कि बटाला की राजनीति में गेंद किस के पाले में गिरती है। मैदान में कुल 10 खिलाड़ी है। जिनमें टिकट के लिए दो प्रत्याशियों में एक को मिलने के आसार है।
दबंग नेता पप्पू दावा कर रहे है कि उनकी पंजाब कांग्रेस मामलों के प्रभारी हरीश चौधरी, मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से पूर्व में इस शर्त पर शिअद छोड़ने की बात हुई थी कि अगर, उन्हें कांग्रेस बटाला से टिकट देती है। प्रदेश के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, उप-मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के साथ पप्पू जयंतीपुर तथा उनके भतीजे दीपू के साथ खींची फोटो को पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह ने अपने ट्विटर अकाउंट में ट्वीट भी किया। इस तस्वीर से इस बात का भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि पप्पू को टिकट मिलना लगभग तय है।
कयास, इस बात के भी लगाए जा रहे है कि पप्पू को कांग्रेस में शामिल कराने में तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने गेम रची। क्योंकि, हाईकमान द्वारा एक परिवार में टिकट नहीं देने का फरमान जारी करने से अपने बेटे के टिकट हासिल करने का दावा खत्म हो चुका था। तब उन्होंने पप्पू को कांग्रेस में लाने के लिए राजनीति योजना बनाई। क्योंकि, शुरू से ही बाजवा तथा सेखड़ी की टिकट को लेकर आपस में खींचतान चलती रहीं है। अब इस गेम में बाजवा अपनी गेम को सफल बनाने में काफी हद कारगर होते दिखाई दे रहे है।
सेखड़ी को अभी भी हाईकमान से पूरी उम्मीद है कि उन्हें बटाला विधानसभा क्षेत्र से टिकट जरुर मिलेगी। क्योंकि सेखड़ी परिवार ने लंबे समय तक जहां की जनता की सेवा करने का सौभाग्य हासिल किया। इनके पिता जी भी कांग्रेस में ऊंचे कद के नेता थे। इसके बाद अश्विनी सेखड़ी पंजाब सरकार में मंत्री तथा विधायक रह चुके है। इस बात का फाइनल अब हाईकमान द्वारा टिकट की घोषणा करने पर पता लगेगा।
पप्पू मजीठिया के थे खासपप्पू जयंतीपुर
पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के काफी खास रह चुके है। उनके मुताबिक, पिछले 40 साल शिअद में विभिन्न पद पर काम करने का अवसर मिला। कई वर्ष तक सरपंच एवं नगर-परिषद के सदस्य रह चुके है। शिअद छोड़ने के बाद पार्टी को बड़ा झटका लगा है। दावा कर रहे है कि कांग्रेस पार्टी ने आश्वासन दिया है कि बटाला विधानसभा हलका से आपको ही टिकट दी जाएगी। जीत का भी दावा किया जा रहा है।
आपराधिक मामले दर्ज
सूत्रों से मिली खबर मुताबिक, शराब कारोबारी तथा दबंग नेता पप्पू जयंतीपुर के खिलाफ आपराधिक मामले भी दर्ज है। विधानसभा चुनाव वर्ष 2017 के दौरान इनके खिलाफ थाना कत्थूनंगल में मामला दर्ज हुआ। उसके ठीक एक वर्ष उपरांत अदालत से जमानत मिल गई। कांग्रेस की कुछ भीतरी नेता , इन्हें गैंगस्टर की नजर से भी देखते है। अब देखना होगा कि कांग्रेस हाईकमान इन चीजों को ध्यान में रखती है या फिर वैसे ही टिकट दे देती है।
अन्य दावेदार भी
बटाला विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के अन्य दावेदार भी है। इनमें एनएसयूआई के अध्यक्ष अक्षय शर्मा, यूथ नेता गौतम सेठ, पूर्व नगर-सुधार ट्रस्ट चेयरमैन पवन कुमार पम्मा, पूर्व जिला गुरदासपुर कांग्रेस अध्यक्ष रोशन जोसफ, संजीव शर्मा, हरिंदर सिंह, अजय महाजन, अभिनव सेखड़ी शामिल है।