वरिष्ठ पत्रकार.कपूरथला।
अक्सर देखने में आया कि पुलिस अदालत में रिकॉर्ड पेश ही नहीं कर पाती। इसकी प्रमुख वजह, उन मामलों में अधिकतर पुलिस के प्रमाण ही नहीं होता। अदालत में कई बार पुलिस की किरकिरी हो जाती है। सबूतों के अभाव की वजह से अपराधी को बाद में बरी या फिर जमानत मिल जाती हैं। ऐसा मामला, कपूरथला के साथ जुड़ा हैं। कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा के खिलाफ पुलिस रिकॉर्ड नहीं पेश कर पाई। इसी वजह से सुनवाई को टाल दिया गया। इस केस में अगली सुनवाई 11 जनवरी को होगी।
स्थानीय अदालत में एक अपराधी मामले को लेकर जमानत याचिका पर सुनवाई होनी थी। अदालत में पुलिस रिकॉर्ड पेश नहीं कर पाई। सुनवाई को तत्काल टाल दिया गया। अदालत ने अगली सुनवाई की तारीख 11 जनवरी निर्धारित किया गया। सूत्रों से पता चला है कि खैरा को राजनीति द्वेष की भावना से झूठा फंसाया गया। पुलिस के पास आपराधिक मामले में कोई प्रमाण नहीं हैं।
उल्लेखनीय है कि मान सरकार दौरान कई झूठे मामलों में कांग्रेसी तथा जनता की आवाज को उठाने वालों को फंसाया गया। इसके लिए मान सरकार को उच्च न्यायालय में मुंह की भी खानी पड़ी।
उच्च न्यायालय से मिल चुकी जमानत
भुलत्थ के कांग्रेसी विधायक सुखपाल सिंह खैरा की जमानत याचिका उच्च न्यायालय से हो चुकी हैं। अब नए मामला स्थानीय अदालत में हैं। सुनवाई मंगलवार को टल गई है। अब अगली सुनवाई 11 जनवरी को होगी। यह जानकारी उनके वकील कंवलजीत सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि आज अदालत में पुलिस ने रिकॉर्ड पेश नहीं किया है।