सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर…पूर्व उप-मुख्यमंत्री सोनी, पूर्व कैबिनेट मंत्री वेरका कभी भी शामिल हो सकते है भाजपा में…कांग्रेस को छोड़ने का बना लिया पूरा मन

अनिल भंडारी.चंडीगढ़।

लगता है कि कांग्रेस पंजाब में टूटने जा रही हैं। क्योंकि, विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से एक बड़ी खबर सामने आई है कि पंजाब के पूर्व उप-मुख्यमंत्री ओम प्रकाश सोनी (कांग्रेस नेता), पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं शीर्ष कांग्रेसी नेता डॉक्टर राज कुमार वेरका कभी भी भाजपा में शामिल हो सकते है। अगर ऐसा संभव हो जाता है तो कांग्रेस पंजाब में बिल्कुल ही बिखर जाएंगी। हमेशा से ही फ्रंटफुट पर खेलने वाली कांग्रेस पार्टी अब बैकफुट पर जा सकती है। वह भी उस समय, जब कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन राजस्थान में चल रहा हूं तथा पार्टी मंथन में डूबी हों। कयास, इस बात के पक्के लगाए जा रहे हैं कि दोनों कांग्रेस के दिग्गजों नेताओं ने कांग्रेस छोड़ने का पूरा-पूरा मन बना लिया हैं। भीतर खाते , उक्त नेताओं की भाजपा की राष्ट्रीय नेता से मुलाकात भी हो चुकी हैं। कांग्रेस के पूर्व नेता सुनील जाखड़ का भाजपा में चले जाने के उपरांत, अब यह दो नेताओं की भाजपा में जाने की हलचल ने कांग्रेस को फिर से सोचने के लिए मजबूर कर दिया। इससे पहले कांग्रेस के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह भी अपनी पार्टी बना चुके हैं तथा उन्होंने अपनी पार्टी को भाजपा में विलय भी करा लिया हैं। अब देखना होगा कि कांग्रेस के ये दो दिग्गज कब भाजपा में भाजी मारते हैं। 

गुरुवार की रात को पंजाब की राजनीति में उस समय हलचल मच गई, जब मीडिया की सुर्खियों में सामने आया कि कांग्रेस के माझा से संबंध रखने वाले दो चेहरे, कभी भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इनमें पहला चेहरा पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में उपमुख्यमंत्री रह चुके ओम प्रकाश सोनी तथा दूसरा चेहरा पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉक्टर राजकुमार वेरका हैं, जिन्होंने मन ही मन कांग्रेस को छोड़ने का पक्का विचार बना लिया हैं। हालांकि, इन दोनों नेताओं ने अभी तक मीडिया के समक्ष कांग्रेस छोड़ने तथा भाजपा में शामिल होने की किसी प्रकार से अपने बयान के माध्यम से जानकारी या फिर पुष्टि नहीं की। लेकिन, चर्चा का बाजार पूरी तरह से गर्म है कि इन दोनों नेताओं का भाजपा में जाना लगभग तय है। भाजपा के सबसे ऊंचे कद के नेता से उनकी मुलाकात गोपनीय तरीके से हो चुकी है। सिर्फ तो सिर्फ पार्टी में शामिल होने की प्रक्रिया ही शेष रह गई हैं। 

दरअसल. वर्ष 2022 में पंजाब में कांग्रेस को मिली कड़ी पराजय के उपरांत ही कांग्रेस के शीर्ष नेता हाईकमान से नाराज चल रहे हैं। उनकी शिकायत रही है कि उन्हें हर प्रकार से दरकिनार किया जा रहा हैं। किसी को बोलने का कोई अवसर नहीं मिल रहा हैं। अगर कोई हाईकमान समक्ष बोलने की हिम्मत जुटाता है तो उसे अनुशासन कमेटी के माध्यम से कड़ी कार्रवाई कर बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है। इस बात को लेकर भी उक्त नेताओं की लंबे समय से हाईकमान के खिलाफ नाराज़गी पाई जा रही हैं। 

माझा की राजनीति में ओम प्रकाश सोनी तथा डॉक्टर राज कुमार वेरका एक उंचे कदम के नेता के नाम से परिचित है। हमेशा से सत्ता में कांग्रेस सरकार के दौरान मंत्री पद तक इन चेहरों को नवाजा जाता रहा हैं। डॉक्टर राजकुमार वेरका तो केंद्र की पूर्ववर्ती  यूपीए सरकार में कई वर्ष अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग के वाइस चेयरमैन भी रह चुके है। फिलहाल, इनके समर्थक भी कुछ कहने से संकोच कर रहे हैं।  

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