लेखक विनय कोछड़.दिल्ली।
कभी भारतीय जनता पार्टी के लिए नॉर्थ ईस्ट में सीटें जीतना सपने सरीखा था। लेकिन वक्त बदला तो भारतीय जनता पार्टी ने नॉर्थ ईस्ट में भगवा लहरा दिया। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि गुरुवार को जो नतीजे तीन राज्यों के आए हैं, वह भारतीय जनता पार्टी के लिए आगामी राज्यों के विधानसभा चुनावों से लेकर लोकसभा के चुनावों तक न सिर्फ बूस्टर के तौर पर काम करेंगे बल्कि “गुजरात” जैसे नतीजों के तौर पर आगे भी बढ़ाए जाएंगे। वहीं इन चुनावों से कांग्रेस के ऊपर एक बार फिर से बड़े सवालिया निशान उठने लगे हैं।
प्रदर्शन से भाजपा उत्साहित
भारतीय जनता पार्टी ने मेघालय नागालैंड और त्रिपुरा जैसे राज्यों में जो प्रदर्शन किया है उससे भारतीय जनता पार्टी के नेता न सिर्फ उत्साहित है बल्कि एक बड़ी रणनीति की ओर बढ़ने लगे हैं। राजनीतिक विश्लेषक जीडी शुक्ला कहते हैं कि नॉर्थ ईस्ट में भारतीय जनता पार्टी के लिए एक वक्त में सीटें जीतना और अपना प्रभाव बनाना बहुत संघर्ष करने जैसा था। शुक्ला कहते हैं कि जब 2014 के लोकसभा चुनावों में यूपी से जब बंपर सीटें मिली तो कहा जाने लगा कि 2019 में इन सीटों में गिरावट होगी और उसको कहीं ना कहीं कवर करना होगा। लंबे समय तक नॉर्थ ईस्ट में काम करने वाले भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता कहते हैं कि पार्टी लगातार नॉर्थ ईस्ट में काम तो कर ही रही थी लेकिन इसको भी चैलेंज के तौर पर लेते हुए नार्थ ईस्ट में अपनी पूरी ताकत लगाई। पार्टी के बड़े-बड़े रणनीतिकारों ने नॉर्थ ईस्ट में जाकर न सिर्फ भारतीय जनता पार्टी को और मजबूत करने के लिए ग्राउंड लेवल पर काम किया बल्कि बूथ स्तर पर काम करके सियासी ताकत का अहसास भी कराया।
2024 के चुनाव के परिणाम का संकेत
भारतीय जनता पार्टी से जुड़े एक वरिष्ठ नेता कहते हैं कि 2018 के विधानसभा चुनावों में नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में जो नतीजे आए वह सबके सामने थे। उनके सामने इन राज्यों में 2023 के विधानसभा चुनावों में अपने अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद में मेहनत करनी थी। इस दौरान 2019 का लोकसभा चुनाव भी होना था। पार्टी के वरिष्ठ नेता कहते हैं कि अब जो नतीजे 2023 में नॉर्थ ईस्ट में आए हैं वह बताते हैं कि 2024 के चुनावों का परिणाम क्या होने वाला है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि नॉर्थ ईस्ट में भारतीय जनता पार्टी के लिए विधानसभा के चुनावों के साथ-साथ लोकसभा के चुनाव और उनके परिणाम भी लगातार बेहतर होते जा रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषक जीडी शुक्ला कहते हैं कि अगर गुरुवार को आए नतीजों को 2024 के लोकसभा चुनावों से जोड़कर देखें तो भारतीय जनता पार्टी के लिए उत्साहजनक तस्वीर नजर आ रही है। शुक्ला कहते हैं नार्थ ईस्ट में आए परिणामों में कांग्रेस का जो हश्र हुआ है वह उनकी कमजोर रणनीति और नीतियों की ओर इशारा कर रहा है।