महिला पत्रकार ने बीबीसी न्यूज़ पर लगाए कथित आरोप….काम करने के दौरान कथित तौर पर सार्वजनिक अपमान और भेदभाव का सामना करना पड़ा

एसएनई नेटवर्क.दिल्ली। 

अमेरिका के एक प्रमुख दैनिक ने सोमवार को दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाली पत्रकार मीना कोटवाल पर लेख प्रकाशित किया है। इस लेख में मीना की विकास यात्रा के बारे में बताया गया है कि कैसे उन्होंने एक न्यूज आउटलेट को शुरू किया और उससे हाशिए के समाज की असल कहानियों को बताया। लेख में मीना ने बताया है कि उनका बीबीसी के साथ जुड़ने का अनुभव कैसा रहा। महिला पत्रकार के मुताबिक उन्हें बीबीसी के साथ काम करने के दौरान कथित तौर पर सार्वजनिक अपमान और भेदभाव का सामना करना पड़ा।


 सार्वजनिक अपमान भेदभाव का सामना करना पड़ा


‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ की रिपोर्ट के मुताबिक, न्यूज पोर्टल ‘द मूकनायक’ की संस्थापक मीना कोटवाल एक न्यूज आउटलेट शुरू करना चाहती थीं, जो हाशिए पर पड़े समुदायों पर केंद्रित हो। मीना मानती थीं कि लाखों ऐसे लोगों हैं जिनकी कहानियों को बताने की आवश्यकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, मीना ने वर्ष 2017 में बीबीसी के हिंदी भाषा की सेवा के लिए काम किया। इस दौरान उन्हें सार्वजनिक अपमान भेदभाव का सामना करना पड़ा। इसलिए, बीबीसी के साथ मीना का सफर लंबे समय तक नहीं चल सका।


जाति का खुलासा करने के लिए किया विवश


रिपोर्ट के मुताबिक, बीबीसी के एक प्रभावशाली जाति के सहयोगी ने मीना को अपनी जाति का खुलासा करने के लिए कहा और फिर उन्हें सहयोगियों के पास भेजा। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, यह उस चीज की शुरुआत थी, जिसे उन्होंने काम पर सार्वजनिक अपमान और भेदभाव के रूप में वर्णित किया है। 

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