अमृतसर में नशे की मंडी मकबूलपुरा में बिक रहा सरेआम नशा….ई-रिक्शा चालक नशे में धुत होकर गिरा, तस्वीरें सोशल मीडिया में हुई वायरल

एसएनई नेटवर्क.अमृतसर। 

पंजाब में नशा , अब भी सरेआम बिक रहा हैं। लाख दावे प्रदेश की सरकार नशे को समाप्त करने के कर रही हैं, लेकिन, जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती हैं। पंजाब के जिला अमृतसर में ऐसी ही कुछ तस्वीरें सामने आई हैं। प्रदेश की सबसे बदनाम नशे की मंडी मकबूलपुरा में अब भी नशा सरेआम बिक रहा हैं। ताजा तस्वीरें , सोशल मीडिया में वायरल हो रही है कि एक ई-रिक्शा चालक नशे में धुत होकर सिर झुका कर बेसुध दिखाई दे रहा हैं। पास में ही पड़ा नशे की टीका दिखाई दे रहा हैं। इन तस्वीरों से एक बात साफ तौर पर साबित हो जाती है कि पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद नशा सरेआम बिक रहा हैं। 

जांच-पड़ताल में सामने आया की कि सोशल मीडिया में वायरल वीडियो एक दिन पुराना हैं। वाक्यात, अमृतसर की सबसे बदनाम नशे की मंडी मकबूलपुरा का हैं। ज्ञात रहे, वर्ष 2011-12 में आम पार्टी के संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री उक्त इलाके में आए थे। नशे में जान गंवा चुके पीड़ित परिवारों से मुलाकात थी । उन्हें भरोसा दिया था कि सत्ता में सरकार आई तो यहां से पूर्ण रूप से नशा समाप्त किया जाएगा। पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाया जाएगा। वर्ष 2017 में आप सरकार तथा वर्तमान में विधायक भी आप की हैं, उसके बावजूद नशा सरेआम बिक रहा हैं। ऐसे में पुलिस तथा शासन पर सवाल खड़ा होना लाजमी हैं। 

नशे में धुत युवती की हुई थी वीडियो वायरल

बता दें कि कुछ समय पूर्व, उक्त इलाके की रहने वाली एक युवती की तस्वीर सोशल मीडिया में खूब वायरल हुई थी। युवती नशे में एकदम धुत थी। जमीन पर पैर लड़खड़ा रहे थे। वायरल वीडियो आप की विधायक जीवनजोत कौर के पास पहुंचा तो उन्होंने कड़ा संज्ञान लिया। युवती को नशा छुड़ाओ केंद्र में भर्ती कराया गया। 

फिलहाल, पुलिस साबित हो रही नाकाम

इस इलाके में पिछले समय एडीजीपी के नेतृत्व में कमांडो एवं पुलिस की मदद से बड़े पर सर्च अभियान चलाया जा चुका हैं। इस दौरान कई संदिग्ध हिरासत में भी लिए गए। उन्हें चेतावनी भी दी गई। लेकिन, पुलिस के अनेकों प्रयासों के बावजूद क्षेत्र से नशा समाप्त नहीं हो रहा हैं। यहां पर सवाल खड़ा हो रहा है कि नशे के तस्करों को पीछे से कौन सहयोग दे रहा हैं। इसकी भी जांच-पड़ताल होने चाहिए, क्योंकि, किसी प्रकार से संरक्षण बिना नशा बिकना आसान नहीं हैं। फिलहाल, कुल मिलाकर पुलिस नशे को समाप्त करने में नाकाम साबित हो रही हैं। 

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