चुनावी चर्चा, KRISHNA SQUARE–लाला जी, निकले वोट मांगने……लोगों ने नहीं खोला दरवाजा…..हो गई ‘SHAME-SHAME’….।

शहर में चुनावी माहौल की पिच सज चुकी है। हर कोई चौका-छक्का मारने का प्रयास करने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहा है। इस बार चुनावी खेल में एक लाला जी का किस्सा काफी मशहूर हो रहा है। लाला जी कृष्ण स्केयर क्षेत्र के रहने वाले है। उन्हें भाजपा की टिकट पर मैच खेलने के लिए अवसर दिया गया। 11 खिलाड़ियों की लाला जी की टीम बन चुकी है। टीम सुबह-सुबह पिच पर अभ्यास पर निकल भी पड़ती है। लेकिन, शुक्रवार की सुबह का नजारा इस चुनावी संग्राम में काफी चर्चा का विषय रहेंगा। हुआ यू कि टीम के साथ लाला जी की छवि रखने वाले नेता वोट मांगने के लिए एक मतदाता के घर पर गए तो मतदाता ने दरवाजा नहीं खोला।  दरवाजा नहीं खुलने की वजह से नेता जी खूब शेम-शेम भी हुई। पता चला है कि मतदाता की नेताओं के साथ पुरानी नाराजगी चल रही है। उन्हें लगता है कि लाला जी की इस समय मजबूरी है, इसलिए, सुबह-सुबह इतनी ठंड में वोट मांगने के लिए आ गए। जीत के बाद तो चेहरा ही दिखना बंद हो जाएगा। जैसा कि पुराने नेता करते आए है। 

इस बार कुछ उल्टा ही भाजपा में देखने को मिला है। यह मात्र ऐसी पार्टी रही कि जिसने सीट मांगने वाले को दिल खोल कर टिकट दी। क्योंकि, पार्टी की पंजाब में छवि जनता के बीच कुछ खास नहीं है। लोग इस पार्टी को दिल, दिमाग से पूरी तरह से नकार चुके है। इतना ही नहीं, पार्टी के कई बड़े नेताओं ने टिकट तक नहीं मांगी तथा न ही उन्हें चुनाव लड़ने की दिलचस्पी थी। क्योंकि वह मान कर चल रहे है कि चुनावी खर्चा बढ़ चुका है। अब खेल इतना सस्ता नहीं रहा है, बल्कि, मैदान में उतरने के लिए कई लाखों तक जेब से खर्च करना पड़ता है। पार्टी पहले ही साफ कर चुकी है कि अब प्रत्याशी खुद अपनी जेब से पैसे खर्च करें तथा उनसे पार्टी फंड की उम्मीद कम ही रखें। इसलिए, पार्टी ने इस बार लाला जी जैसे नेताओं को टिकट देकर चुनावी दांव खेला है। लाला जी के पास खूब सारा पैसा तथा संपत्ति हैं, इसलिए चुनाव में पैसा बहाना उनके लिए बाएं हाथ का खेल है। भीतरघात लाला जी तथा उनकी टीम मान भी चुकी है कि जीत बिल्कुल उनके चरण पर बैठी है, लेकिन, शायद उन्हें इस बात का बिल्कुल अंदाजा नहीं है कि इस बार टक्कर चारों तरफ है। मुकाबला में बने रहने के लिए लाला जी को रातों की नींद को भी अपने जहन से गायब करना होगा फिर जाकर वह कड़े मुकाबले का सामना कर सकते है। 

राजनीति में इस बात की खूब चर्चा हो रही है कि लाला जी से नेता बनने का शौक उन्हें बचपन से ही था, इसलिए, राजनीति में दांव आजमाने के लिए रास्ता ढूंढ रहे थे। भाजपा से उनका कोई पुराना रिश्ता तो नहीं है, लेकिन, अफवाह इस बात की जरूर है कि पार्टी को पिछले चुनाव में खूब सारी फंडिंग की थी, उसके बाद वह बड़े नेताओं से लेकर हाईकमान की नजरों में आ गए। चुनाव में टिकट मिलना इसी बात का नतीजा है।   पता चला है कि पार्टी ने लाला जी की सीट को जीत में बदलने के लिए पूरा जोर लगा दिया है। इसमें बड़े-बड़े नेताओं की एक फौज को तैनात कर दिया गया जो उन्हें हर गतिविधि के लिए समझा रही है। इनके प्रचार के लिए दिल्ली के कुछ नेता भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवा सकते है। मत लेने के लिए आने वाले दिनों में साथ दिखाई दे सकते है। इसलिए लाला जी भी पूरी जोश के साथ अपना कैंपेन कर रहे है। वर्करों से लेकर आम जनता के लिए लाला जी ने घर पर ही लंगर लगा दिया है। हर किसी को 3 समय का खाना भी मिल रही है। शराब के शौकीनों को शराब की अलग-अलग बोतल का संवाद भी चखाया जा रहा है। क्योंकि, यह लाला जी की साख का सवाल है। 

100% LikesVS
0% Dislikes