मजीठिया के खिलाफ दर्ज मामले को लेकर शिअद एकजुट दिखी अमृतसर..सड़के जाम कर दिखाई ताकत…जिलाधीश को सौंपा राज्यपाल के नाम मांग पत्र….उच्च-स्तरीय जांच की रखी गई मांग

फोटो कैप्शन- शिअद नेता तथा वर्कर अमृतसर में प्रदर्शन करते हुए।

सीएम तथा डिप्टी सीएम का जलाया पुतला……कहा—-जानबूझकर झूठे केस में फंसाया मजीठिया

अनिल भंडारी /पवन कुमार/परवीन सहगल/अमृतसर।

पूर्व मंत्री तथा मौजूदा विधायक शिअद बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ दर्ज मामले को लेकर पार्टी में काफी गुस्सा है। शुक्रवार को प्रदेश स्तरीय विरोध-प्रदर्शन दौरान शिअद के बड़े नेता तथा वर्करों ने जिलाधीश कार्यालय के समक्ष धरना भी दिया। उन्होंने राज्यपाल के नाम पर एक मांग पत्र भी सौंपा। केस की उच्च-स्तरीय जांच की मांग रखी गई। इस दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी तथा उप-मुख्यमंत्री (गृह-मंत्रालय प्रभार) सुखजिंदर सिंह रंधावा का पुतला जलाकर खूब नारेबाजी करने की तस्वीरें भी सामने आई। 

इन्होंने साफ तौर पर कहा कि कि जानबूझकर राजनीतिक मंशा के तहत मजीठिया को ड्रग्स मामले में झूठा फंसाया गया। वह लोग चुनाव के दौरान फायदा लेने चाहते है, इसलिए गंदी प्रकार की राजनीति की जा रही है। उसे शिअद कदापि बर्दाशत नहीं कर सकता है।

खास बात यह रहीं कि  इस प्रदर्शन में माझा के बड़े नेता यूथ अकाली दल शहरी के प्रधान एडवोकेट किरणप्रीत सिंह मोनू, अकाली दल शहरी के प्रधान गुरप्रताप सिंह टिक्का, राणा लोपोके, लाली रणिके, संदीप सिंह एआर शामिल हुए। उन्होंने पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्वू तथा उच्च पुलिस अधिकारियों की मंशा सवाल खड़े करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग रखी। 

आज के प्रदर्शन में भारी संख्या में वर्कर तथा नेता जुटाने में शिअद काफी हद तक कामयाब रहा। चारों तरफ सड़क पर इतनी बड़ी संख्या में वर्करों ने ट्रैफिक तथा रास्ते को जाम कर दिया। पुलिस को कड़ी मशक्कत का सामना करते हुए दिखाई दिए। फिलहाल, कांग्रेस ने मजीठिया के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर लोगों के समक्ष अपने वादे को पूरा कर दिखाया। अब देखना होगा अदालत से मजीठिया को कोई राहत मिल पाती है या फिर उनकी जमानत रद्द हो जाती है। 

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