रेलवे विभाग के बदमाश रेल गेटमैन की पत्रकारों के साथ सरेआम बदमाशी

शराब से टल्ली गेटमैन ने कवरेज कर रहे पत्रकारों के छीने सरकारी पहचान-पत्र

गाली-गलौज, मारपीट तथा गुड़ो को बुलाकर आम-जनता के समक्ष की सरेआम गुंडागर्दी

देरी से पहुंची जीआरपी पुलिस, गुंडागर्दी करने वाले गेटमैन के पहले लिए बयान, फिर जाकर पीड़ित पत्रकारों की सुनी दुखभरी कहानी

सुखबीर सिंह.अमृतसर।

रेलवे के जोड़ा फाटक में कार्यरत एक बदमाश गेटमैन ने सरेआम बदमाशी का परिचय देते हुए जोड़ा-फाटक-हादसा की पुरानी यादें ताज़ा कर दी। अभी तक स्थानीय लोगों के पुराने जख्म भरें ही नहीं थे कि इस बदमाश गेटमैन ने कवरेज करने वाले निहत्थे पत्रकारों के साथ बदमाशी करते हुए उनके साथ मारपीट, धक्का-मुक्की, गाली-गलौज , इतना ही नहीं उनके सरकारी पहचान पत्र (यानी डीपीआरओ कार्ड) को छीन लिया गया। इसमें उसका साथ कुछ गुंडे तंत्रों ने दिया। सारा वाक्यात कैमरा में कैद हो चुका है। इतना ही नहीं पत्रकारों के कई बार थाना जीआरपी में फोन जाने के बावजूद डेढ़ घंटा लेट से दो पुलिस कर्मी पहुंचे। आत्यचार का शिकार हुए पत्रकारों के बयान लेने के बजाय हमला करने वाले गेटमैन के बयान दर्ज किए। फिर जाकर पीड़ित पत्रकारों की दुखभरी कहानी सुनी गई। जीआरपी ने विश्वास दिलाया की कि मामले की बनती कार्रवाई जरूर की जाएगी।


मंगलवार को कुछ चैनल के पत्रकार तथा कैमरामैन , जोड़ा फाटक की परिस्थितियों के बारे जनता के समक्ष लाने के लिए कवरेज करने पहुंचे। सामने से रेल गाड़ी आ रही थी। जबकि गेटमैन अपने कुछ शराबी दोस्तों के साथ शराब में टुन्न था। आम-जनता ने पत्रकारों के समक्ष गेटमैन के खिलाफ शिकायत दर्ज की तो गेटमैन भड़क उठा। फोन कर अपने गुंडा साथियों को फोन के माध्यम से बुला लिया। 


पत्रकार तो अपनी कवरेज में व्यस्त थे। इतनी देर में गेटमैन सहित उसके साथियों ने बदमाशी का रूप धारण कर लिया। निहत्थे पत्रकारों के साथ गाली-गलौज, मारपीट तथा धक्का-मुक्की के साथ-साथ सरकारी पहचान पत्र छीन लिए गए। एक मैसेज मिलने के उपरांत सभी पत्रकार इकट्ठा हो गए। इतना कुछ होने के बावजूद सीनियर पत्रकारों ने गेटमैन से प्यार से बात करनी चाही तो उनके साथ बतमीजी पर उतर आए। 


आनन-फानन में पहले पास में स्थित पुलिस चौकी से एएसआई आए। उनके समक्ष भी गेटमैन ने गाली-गलौज शुरू कर दी। डेढ़ घंटा लेट पहुंचे जीआरपी पुलिस के दो पुलिसकर्मियों ने गेटमैन तथा पत्रकारों के बयान दर्ज किए। मामले की अगली कार्रवाई करने का भरोसा दिया
गया। 

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