जोर-जोर से वीआईपी गाड़ियों की आवाज सुन कर ऐसा लगाता है कि शायद किसी मंत्री का काफिला शहर की सड़क पर घूम रहा है, लेकिन, दरवाजा खुलने के उपरांत इस बात का अहसास हो जाता है कि यह तो रामबाग के लाला जी है। सुरक्षाकर्मियों का घेरा सड़क पर ट्रैफिक को जाम कर देता है। रामबाग में इस बात का चर्चा का विषय बन चुका है कि लाला जी पर प्रदेश के मुख्यमंत्री भगवंत मान क्यों मेहरबान है। ऐसा क्या कर दिखाया है कि लाला जी को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दे दिया गया। इतना बड़ा सवाल आम-जनता से लेकर मार्केट में काम करने वाले दुकानदारों में खूब चर्चा बटोर रही है। अफवाह, इस बात की भी चल रही है कि लाला जी की राजनीति में खूब चलती है। क्योंकि, सत्ताधारी पार्टी के फाइनेंसर है। अब तो मार्केट के अन्य दुकानदारों को तो थाना या फिर किसी नेता के पास फरियाद लेकर जाने की भी आवश्यकता नहीं है, क्योंकि नेता जी एक काल पर थाना से लेकर बड़े बड़े नेता उनके पास हाजिरी भरने के लिए पहुंच जाते है। अब हर काम 50 मीटर की दूरी पर ही हो जाता है।
लाला जी के बारे में एक कहावत काफी मशहूर हो रही है कि वह पैसों के खूब धनी है। उनके पास बड़ी बड़ी कोठियां से लेकर आरामदायक गाड़ियों का जखीरा है। इस समय सुरक्षाकर्मी भी लाला जी की छत्रछाया में अपने आपको महफूज समझ रहे है, क्योंकि थाना या फिर चौक से बेहतर लाला जी की ड्यूटी उनके लिए आरामदायक साबित हो रही है। टाइमिंग सुबह 9 बजे से लेकर रात के 8 बजे तक निर्धारित किया गया। बीच-बीच में उन्हें खाने-पीने के लिए काफी अच्छा सामान मिल जाता है। लेकिन, शिकायत यह भी है कि लाला जी की गाड़ियों का काफिला बीच सड़क में ट्रैफिक को हमेशा अवरुद्ध करता है। ऊपर से सुरक्षाकर्मी इस जाम को हटाने की बजाय हमेशा बातचीत में व्यस्त रहते है। लाला जी सामने बैठकर सरेआम तमाशा देखते रहते है। भला उन्हें इन बातों से लेना भी क्या है, क्योंकि, वह तो सरकार के लिए किसी कैबिनेट मंत्री से कम नहीं है।
पिछले दिनों एक मुद्दा काफी चर्चा का विषय बना था। वो था लाला जी द्वारा रामबाग के भीतर गंदगी को हटाने का। उस दौरान लाला जी का एक फोन निगम आयुक्त को गया कि एक घंटा के भीतर ही जेसीबी मशीन उस गंदगी को हटाने के लिए पहुंच गई। आमतौर यहीं लोगों की शिकायतों को नजरअंदाज कर देते है। भाई काम होनी ही था, क्योंकि लाला जी पर तो सीएम मेहरबान है। इसलिए उनके हर कार्य को कोई भी सरकारी अधिकारी टाल नहीं सकता है। उन्हें मालूम है कि लाला जी को नाराज किया तो .यह गूंज सीएम दरबार में गूंजेगी। जिसका खामियाजा खूब महंगा साबित हो सकता है। इसलिए लाला जी के आदेश का पालन करना ही एकमात्र रास्ता है।
चर्चा, इस बात की भी चल रही है कि लाला जी को कुछ समय पहले गैंगस्टरों ने फिरौती के लिए फोन किया था। फोन नंबर विदेश के थे। इसके बाद सीएम मान हरकत में आ गए । उन्होंने तत्काल लाला जी की सुरक्षा कड़ी करने का आदेश दे दिया। बताया जाता है कि लाला जी के आवास के भीतर तथा बाहर चौबीस घंटा सुरक्षाकर्मी खड़े रहते है। हर किसी को आने से पहले उन्हें अपना नाम पता तथा पहचान पत्र दिखाना पड़ता। फिर जाकर उसे भीतर आने की अनुमति मिलती है। ऐसा नहीं लाला जी परेशान नहीं है, उन्हें हर समय भयं भी सताता रहता है। क्योंकि, लाला जी पर एक नजर गैंगस्टरों की भी है जो कि मौका तलाशने के लिए लगे रहते है।
प्रधान-संपादक–विनय कोछड़