अमृतसर की कानून व्यवस्था का बुरा हाल..गोली चलना आम बात…….माथा टेकने जा रहे श्रद्वालू पर अंधाधुंध गोलियां बरसाई, मौके पर मौत

प्राथमिक जांच में आया सामने…लूट की वारदात को अंजाम देने की नीयत से चलाई थी गोलियां….हादसा अल-सुबह 3 बजे के करीब का

इलाके में दहशत का माहौल….पुलिस जांच-पड़ताल में जुटी..अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज..परिवार का रो-रोकर बुरा हाल

शव के पास पत्नी-बच्चे गिड़गिड़ाते रहे बचाओ-बचाओ, किसी ने  नहीं सुनी गोलियों की आवाज……महिला ने हिम्मत जुटा कर लोगों को किया इकट्ठा

दो दिन के भीतर अमृतसर में दूसरी गोली चलने की बड़ी वारदात……दोनों में 2 की हो चुकी है मौत….दो है घायल

क्राइम रिपोर्टर अनिल भंडारी.अमृतसर।

शहर की कानून व्यवस्था का हाल इतना बुरा हो चुका हैं कि गोली चलना तो अब आम बात हो चुकी हैं। ऐसे में प्रदेश की आम आदमी पार्टी की सरकार तथा पुलिस प्रशासन पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। ताजा मामला पंजाब की धार्मिक राजधानी अमृतसर से जुड़ा हुआ हैं। यहां पर रविवार की अल-सुबह श्रद्वालू पर अंधाधुंध गोलियां बरसा दी गई। सिर पर गोली लगने की वजह से कालेगांव की बाबा दर्शन सिंह की जन्म स्थल गाली के रहने वाले 36 वर्षीय हरिंदर सिंह ने मौके पर दम तोड़ दिया। उसके साथ पत्नी तथा बच्चे भी थे। फिलहाल, उन्हें किसी प्रकार कोई नुकसान नहीं हुआ। वारदात को अंजाम लूट की नीयत की वजह से दिया गया। थाना छेहरटा पुलिस ने महिला के बयान पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया। बताया जा रहा है कि हरिंदर सिंह एक हफ्ता पहले ही दुबई से वापस अपने घर लौटा था। सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस इस हत्या के पीछे गुनाहगारों की तलाश कर रही हैं। दो दिन के भीतर दो अलग-अलग जगह गोली चल जाने से स्थानीय पुलिस की कार्यप्रणाली तथा प्रदेश की आम आदमी पार्टी की सरकार सवाल खड़े हो रहे हैं कि लगता है कि इनका सिस्टम अपराधियों के समक्ष बिल्कुल फेल हो चुके हैं। 

बताया जा रहा है कि हादसे के दौरान मृतक की पत्नी तथा बच्चे जोर-जोर से रोने लग पड़े। वक्त सुबह का था, इसलिए किसी ने इनकी रोने की आवाज को सुन नहीं पाया। बच्चे गिड़गिड़ाकर बचाओ-बचाओ बोल रहे थे। महिला ने हिम्मत जुटा कर लोगों के घर जाकर मदद की गुहार लगाई। लोग इकट्ठा हुए तो पुलिस को सूचित किया। भारी मात्रा में छेहरटा थाना की पुलिस एवं उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे। शव को कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। बताया जा रहा है कि शव का पोस्टमार्टम डॉक्टरों का विशेष पैनल सोमवार को करेगा। बताया जा रहा है कि मृतक को दो से ऊपर गोली लगी। जिस कारण, उसकी मौके पर ही मौत हो गई। 

दुबई से लौटा था हफ्ते पहले…परिवार के साथ मना रहा था खुशियां

बताया जा रहा है कि मरने वाला हरिंदर सिंह काफी धार्मिक स्वभाव का पुरुष था। परिवार की आर्थिक हालत सुधारने के लिए खाड़ी देश दुबई गया था। वहां पर एक निजी कंपनी में काम करता था। निजी कंपनी से छुट्टी लेकर परिवार के साथ खुशियां मनाने के लिए घर लौटा था। सब कुछ परिवार में ठीक था। गुरु के समक्ष सीस झुकाने के लिए गुरुद्वारा साहिब में अपने परिवार सहित मोटरसाइकिल सवार लेकर निकल पड़ा। हरकृष्ण नगर रोड के पास मोटरसाइकिल सवार लुटेरों ने उसे घेर लिया। लूट करने का प्रयास किया तो हरिंदर ने उनका विरोध किया तो एक लुटेरे ने पिस्टल से उस पर गोलियां दाग दी। गोली लगने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई। 

किरकिरी हो रही पुलिस की

24 घंटा के भीतर शहर के दो अलग-अलग स्थान पर गोली चल जाना, इस बात की ओर संकेत करता है कि यहां की कानून व्यवस्था का बुरा हाल हैं। पुलिस इन दोनों केस के साथ जुड़े कथित अपराधियों को अब तक गिरफ्तार नहीं कर पाई। पुलिस के हाथ बिल्कुल खाली हैं। दावे अनेक है, जबकि रिपोर्ट कार्ड जीरो हैं। लोगों का विश्वास इन दो घटनाओं की वजह से अमृतसर पुलिस से उठ गया हैं। कई लोगों ने तो यहां तक कह दिया है कि अब तो अपनी जान की सुरक्षा, उन्हें खुद ही करनी पड़ेगी। पुलिस पर भरोसा बिल्कुल नहीं किया जा सकता हैं। 

बड़ा सवाल अवैध हथियार कहां से आ रहे

अमृतसर में 24 घंटा के भीतर अलग-अलग जगह चली गोलियों से हर किसी के मन में एक सवाल खड़ा हो रहा है कि कथित अपराधियों के पास हथियार कहां से आए। कौन लोग, इन्हें हथियार मुहैया करा रही हैं। अब तक पुलिस ने इन हथियारों को डिलीवरी करने वालों के खिलाफ क्या बड़ी कार्रवाई की हैं। सवाल यह भी खड़ा होता है कि क्या पुलिस विभाग के कुछ लोग अपराधियों की मदद कर रहे हैं। अगर ऐसा संभव है तो पुलिस विभाग को अपने विभाग के इन लोगों की सफाई करनी होगी तथा उन्हें सलाखों के पीछे धकेलना होगा, फिर जाकर अपराध पर लगाम लाई जा सकती हैं। 

हर एंगल पर जांच-पड़ताल जारी

पुलिस ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया। पास में लगे सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में ले लिया गया। उसे हर एंगल से देख कर कथित अपराधियों की पहचान की जा रही हैं। सूत्रों से पता चला है कि पुलिस ने इस केस से संबंधित कुछ संदिग्ध को हिरासत में लिया। जबकि, पुलिस इस बारे अधिकारिक पुष्टि नहीं कर रही हैं। पुलिस की लापरवाही को लेकर पूछे गए सवाल किसी अधिकारी ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया।  

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