पवन कुमार.अमृतसर।
खासकर, शिक्षक देश के भविष्य की रूपरेखा तय करते हैं, लेकिन, कितने वह मजबूर है कि उन्हें अपनी जायज तथा लंबित मांगों को लेकर जमीन पर उतरना पड़ रहा हैं। मामला , देश के पंजाब प्रांत के प्रसिद्ध शिक्षा संस्थान डीएवी कालेज से जुड़ा हैं। यहां पर पढ़ाने वाले शिक्षकों (गुरु) दर्जे की लंबित मांगों को पूरा करने में डीएवी कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी, नई दिल्ली नाकाम रहा। इसलिए, पंजाब भर के डीएवी कॉलेज में पंजाब एंड चंडीगढ़ कालेज टीचर्स यूनियन (पीसीसीटीयू) के बैनर तले अध्यक्ष डा.गुरदास सेखों के नेतृत्व में शिक्षकों को जमीन पर धरना देना पड़ा। प्रबंधक कमेटी के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया तथा नारेबाजी की गई। चेतावनी दी कि अगर उनकी जायज मांगों पर जल्द अमल नहीं किया गया तो संघर्ष कड़ा किया जाएंगा।
डीएवी कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी, नई दिल्ली के खिलाफ आज पंजाब भर के कॉलेजों में धरना प्रदर्शन किया गया । पीसीसीटीयू के प्रधान डॉ. गुरदास सिंह सेखों ने कहा मैनेजमेंट लंबे अरसे से टालमटोल की नीति अपनाए हुए हैं । अब समय आ गया है कि मैंजनमेंट टीचर्स की लंबित मांगों को पूरा करें और शिक्षकों को धरने से उठाए। मैनेजमेंट लगातार लॉलीपॉप दे रही है, पर मांगे पूरी नही कर रही है। अब वो न रुकेंगे न झुकेंगे। इस सप्ताह बुधवार ,गुरुवार और शुक्रवार को दो-दो पीरियड के लिए हड़ताल करके करके शिक्षा बंद की जाएगी ।
पीसीसीटीयू के जिला सचिव डॉक्टर बी बी यादव ने कहा कि पहले उन्होंने सरकार के साथ लड़ाई लड़ी ,अब मैनेजमेंट से लड़ाई को मजबूर है । उन्हें धरने प्रदर्शन पर बैठने का शौंक नहीं है । आजकल स्टूडेंट्स के पेपरों के दिन है ऐसे में बच्चों की पढ़ाई जो बाधित हो रही है, उसके लिए भी मैनेजमेंट जिम्मेदार है । यूनियन ने फैसला किया है कि सोमवार को कैंडल लाइट मार्च निकाला जाएगा और मैनेजमेंट को जागने को मजबूर किया जाएगा
इस अवसर पर प्रो. सुरिंदर कुमार, डॉ. सनी ठुकराल, बलराम सिंह यादव कमल किशोर, डॉ. कुलदीप सिंह आर्य, डॉ. नीरज गुप्ता, प्रो. राजीव नैय्यर, डॉ. डेजी शर्मा व अन्य सदस्य मौजूद रहें।