आरोपी महिला पति की हत्या के आरोप में बंद है जेल में, पेशी के दौरान हुआ घटनाक्रम, हमलावर ससुर को जनता ने पकड़ पुलिस के किया हवाले
एसएनई नेटवर्क.अमृतसर।
यहां पर मंगलवार को एक बड़ी घटना हो गई। न्यायालय में पेशी पर पहुंची महिला एक महिला पर उसके ससुर ने तलवारों से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। घटनाक्रम दोपहर लगभग 2 बजे अदालत परिसर का बताया जा रहा हैं। बताया जा रहा है कि घायल महिला मनरीत कौर अपने पति की हत्या के केस में अपने 2 साथियों के साथ फताहपुर जेल में न्यायिक हिरासत में है। आनन-फानन में पुलिस द्वारा घायल मनरीत कौर को अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। उधर, अदालत परिसर पुलिस चौकी के प्रभारी एएसआई सुख दयाल ने बताया कि मामले की जांच पड़ताल गंभीरता से की जा रही है।
क्या था पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, जोधवीर सिंह की शादी मनरीत कौर के साथ हुई थी। शादी के बाद मनरीत कौर के जगप्रीत सिंह के साथ प्रेम संबंध स्थापित हो गए थे। जब परिवार को पता चला तो उन्होंने बहू को समझाने का प्रयास किया था। इसके विरोध में बहू ने अपने प्रेमी जगप्रीत सिंह, उसके साथी गुरजंट सिंह और अमन सिंह के साथ मिलकर उनके बेटे की हत्या कर दी। इस बारे में थाना कंबोह पुलिस ने महिला सहित 4 के खिलाफ हत्या का मामला भी दर्ज किया था। पुलिस ने इस मामले में 3 को काबू कर लिया, जबकि, घटनाक्रम में अमन सिंह अब तक फरार है।
हमलावर ससुर ने क्या बयां किया, जानिए, इस रिपोर्ट में…?
करनैल सिंह ने बताया कि आज उन्हें पता चला था कि बहू ने कोर्ट में अपनी जमानत अर्जी दायर कर रखी है। जमानत रोकने के लिए वह अपने वकील के पास पहुंचा था। अदालत में जैसे ही मनरीत पहुंची तो उसे देख कर उसका खून खौल उठा और उसने तलवार से मनरीत कौर पर वार किए। वहीं, वारदात के उपरांत उसने भागने का प्रयास किया लेकिन मौके पर मौजूद लोगों ने पीछा कर उसे काबू कर पुलिस के हवाले कर दिया।
बड़ा सवाल, पुलिस क्या कर रही थी
इस घटनाक्रम ने पुलिस कार्यप्रणाली पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। अदालत परिसर में हमेशा सुरक्षा का कड़ा पहरा रहता हैं। पुलिस के अलावा कई बार सुरक्षा के लिहाज से यहां पर स्पेशल पुलिसकर्मी भी तैनात रहते हैं। इन सबके बावजूद तलवारों से आरोपी महिला पर हमला हो जाना कहीं न कहीं पुलिस एवं कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा लग जाता हैं। फिलहाल, इस पूरे घटनाक्रम को लेकर पुलिस ने किसी प्रकार से कोई अधिकारिक बयान की पुष्टि नहीं की। सांकेतिक तस्वीर