सरे बाजार गोलियां चलाकर एक निहत्थे को मौत के घाट उतार दिया था, दूसरा हुआ था गंभीर घायल
जेल अधीक्षक ने दबिश देकर बरामद किया फोन तथा कथित अपराधी के खिलाफ दर्ज हुआ मामला
क्राइम रिपोर्टर.अनिल भंडारी.अमृतसर।
जेल में भी अपराधी अपराध की दुनिया में अंदर बैठ कर बाहर अपना नेटवर्क चला रहे हैं। ताजा मामला पंजाब के अमृतसर से की केंद्रीय जेल से जुड़ा है। हत्यारोपी पूर्व पार्षद द्वारा जेल से बाहर फोन कर एक को धमकी देकर मामला वापस लेने के लिए दबाव बनाया तथा बात नहीं मानने पर जान से मारने की चेतावनी दी। यह वहीं पूर्व पार्षद है, जिसने सरे बाजार में गोलियां चलाकर एक निहत्थे को मौत के घाट उतार दिया था, जबकि दूसरे को गंभीर घायल कर दिया गया। जेल अधीक्षक ने इस मामले पर कड़ा संज्ञान लेते हुए चरणदीप सिंह उर्फ बब्बा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। इतना ही नहीं, जेल से मोबाइल भी बरामद कर लिया गया।
जानकारी के मुताबिक, अमृतसर की केंद्रीय जेल के अधीक्षक ने औचक दबिश दी। वहां पर बैरक की चप्पे-चप्पे पर तलाशी शुरू हुई। एक बैरक में स्थित हवालाती बब्बू के यहां से एक मोबाइल बरामद किया। मोबाइल से बाहर फोन करने की बात सामने आई। मोबाइल साइबर सेल को भेज दिया गया। जांच-पड़ताल की जा रही है कि इस मोबाइल के जरिए कितनों को फोन किया गया हैं। सबसे बड़ा जांच का विषय यह है कि हवालाती के पास जेल में कैसे आया। किसने , इसे मोबाईल मुहैया कराया। कौन-कौन लोग शामिल हैं। इन सबके खिलाफ बड़ी कार्रवाई की आवश्यकता हैं। फिलहाल, इन सब पहलुओं पर जेल अधीक्षक ने एक टीम गठित कर जांच के कड़े आदेश जारी कर दिए गए। दावा किया है कि किसी की संलिप्तता पाए जाने वाले को बिल्कुल ही नहीं बख्शा जाएगा।
क्या था मामला
दरअसल, जेल में बंद हत्यारोपी बब्बा ने बाहर एक शख्स को फोन कर धमकी दी कि अगर उसने केस वापस नहीं लिया तो वह तुम्हें जान से मार देगा। जिस को धमकी दी थी, वह केस का एकमात्र गवाह तथा बयानकर्ता हैं, जिसके बयान पर पिछले दिनों थाना बी डिवीजन पुलिस ने पूर्व पार्षद के खिलाफ हत्या सहित कई संगीन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। बताया जा रहा है कि बयानकर्ता भी बुरी तरह से घायल हुआ था। लेकिन सही समय पर इलाज होने की वजह से उसकी जान बच गई।
किस वजह से मामला बढ़ा
दरअसल, थाना बी डिवीजन के अधीन क्षेत्र में एक जगह को लेकर दो गुट के बीच पुराना विवाद चल रहा हैं। एक गुट पूर्व पार्षद है , जबकि दूसरे गुट में एक की मौत हो चुकी हैं। वारदात वाले दिन भी पूर्व पार्षद, उस जगह पर कब्जा करने की नीयत से पहुंचा था। पिस्टल तथा तेजधार हथियार सहित एक दर्जन के करीब हमलावर, पूर्व पार्षद के साथ थे। उन्होंने पूर्व में गाली-गलौज किया। पुलिस की उपस्थिति में गोली चला कर एक को मौत के घाट उतार दिया, जबकि एक अन्य गंभीर घायल हो गया। वारदात के दूसरे दिन पूर्व पार्षद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
पुलिस की हुई थी काफी किरकिरी
इस मामले को लेकर पुलिस की काफी किरकिरी हुई थी। थाना प्रभारी को कई बार शिकायत गई, लेकिन, उन्होंने जानबूझकर मामले को दबाया। मौके पर पुलिस की उपस्थिति में गोलियां चली तथा एक को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस के उच्च अधिकारियों को मीडिया के समक्ष काफी शर्मिदा होना पड़ा। आनन-फानन में एसएचओ को लाइन हाजिर कर दिया गया। कथित अपराधियों को ढूंढ कर गिरफ्तार कर लिया गया।