अमृतसर ब्रेकिंग—-पीएलसी प्रवक्ता तथा शीर्ष अधिवक्ता संदीप गौरसी पर जानलेवा हमला…सीसीटीवी में कैद हुए हमलावर

पवन शर्मा.अमृतसर।

पंजाब लोक कांग्रेस के प्रवक्ता तथा सीनियर अधिवक्ता संदीप गौरसी पर जानलेवा हमला हो गया। हमला अमृतसर के लारेंस रोड क्षेत्र में स्थित नेहरू कांप्लेक्स में संदीप गौरसी के कार्यालय में हुआ। घटनाक्रम शुक्रवार की दोपहर बात साढ़े तीन बजे का बताया जा रहा है। हमलावरों की संख्या लगभग 6 है। घटनाक्रम सीसीटीवी कैमरा में कैद हो चुका है। संदीप गौरसी के नाक, आंख तथा शरीर कई हिस्सों पर गंभीर चोटें आई। उन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया। फिलहाल, चिकित्सकों ने उनके स्वास्थ्य के बारे अभी कोई स्थिति नहीं बताई। पुलिस ने अधिवक्ता संदीप गौरसी के बयान लेने के लिए अस्पताल पहुंच चुकी है। सीसीटीवी कैमरा की फुटेज कब्जे में लेकर जांच-पड़ताल आरंभ कर दी गई। 

शुक्रवार की दोपहर पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस के प्रवक्ता तथा शीर्ष अधिवक्ता संदीप गौरसी नेहरू कांप्लैक्स में स्थित अपने कार्यालय में काम करने में व्यस्त थे। लगभग 6 अज्ञात हमलावर तेजधार हथियारों से लैस होकर पहुंचे। उन्होंने पहले गौरसी के साथ बहसबाजी तथा अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। फिर बाद में उन पर तेजधार हथियारों से हमला कर दिया। उनके नाक, आंख में गंभीर चोटें पहुंची। सुरक्षा के लिहाज से गौरसी को पंजाब सरकार की तरफ से पांच सुरक्षाकर्मी भी मिले हुए है। लेकिन हमले के दौरान वे वहां पर थे, इस बारे स्पष्ट नहीं हो पाया।

स्थानीय लारेंस रोड चौकी के प्रभारी एएसआई नरेंद्र कुमार ने बताया कि मामला उनके पास पहुंच चुका है। फिलहाल, गौरसी सिविल अस्पताल भर्ती है। उनके बयान दर्ज कर अगली कार्रवाई शीघ्र ही कर दी जाएगी। फिलहाल , हमला किस वजह से हुआ, इस बारे पुलिस स्पष्ट नहीं कर पाई। उधर गौरसी को संपर्क किया तो वह फोन नहीं उठा पाए। 

सरकार-प्रशासन पर उठते है बड़े सवाल

देश तथा प्रदेश की एक बड़ी हस्ती पर उसके कार्यालय पर हमला हो जाता है, अंदाजा , इस बात का लगाया जा सकता है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था का हाल बुरा है। गौरसी पर हमले होने के बाद कैप्टन ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े करते कहा कि इस मामले को गंभीरता से लेना होगा। जिन्होंने, इस हमले को अंजाम दिया है, उसे बिल्कुल बख्शा नहीं जाना चाहिए। उनकी जगह सिर्फ तो सिर्फ सलाखों के पीछे है। एक बात तो साफ साबित हो जाती है, इस हमले की वजह से सरकार-प्रशासन पर बड़े सवाल खड़े होते है।  

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