अमृतसर ब्रेकिंग…..पुलिस कमिश्नर का बड़ा फैसला….एक झटके में 1138  थाना प्रभारियों से लेकर हवलदार तक को किया इधर से उधर…न्याय प्रणाली में सुधार के लिए एक उचित कदम

जिला ब्यूरो.एसएनई.अमृतसर।

जिला पुलिस आयुक्त (कमिश्नर) आईपीएस अधिकारी अरुण पाल सिंह ने एक बड़ा फैसला लिया। शुक्रवार-शनिवार की मध्यकालीन रात्रि (1 बजे) एक नोटिस जारी कर जिला पुलिस में बड़ा फेरबदल कर दिया। इस आदेश के मुताबिक 1138 थाना प्रभारियों से लेकर हवलदार को इधर से उधर कर दिया गया। बताया जा रहा है कि न्याय प्रणाली में सुधार लाने के लिए जिला पुलिस आयुक्त का एक उचित कदम माना जा रहा हैं। क्योंकि, काफी लंबे समय से थाना में ड्यूटी कर रहे एसएचओ से लेकर हवलदार तक अपनी ड्यूटी को मनमाने तरीके से काम करने की शिकायत आ रही थी। आदेश में इस बात का विवरण किया गया है कि नई पदोन्नति में तत्काल अपनी ड्यूटी को ज्वाइन करें। किसी प्रकार से आदेश के प्रतिकूल देरी नहीं होनी चाहिए। 

जिला पुलिस में कानून व्यवस्था को सही ढंग से चलाने के लिए कई दिनों से पुलिस आयुक्त, एक नई रणनीति तय कर रहे थे। इसके लिए, उन्होंने सबसे पहले जांबाज पुलिस अधिकारियों के साथ एक बैठक की। उक्त बैठक को काफी गोपनीय रखा गया। विभाग के चुनिंदा अधिकारियों को इस बैठक के बारे पता था। उस बैठक में जिला आयुक्त ने सभी अधिकारियों से न्याय प्रणाली में सुधार लाने के लिए उनकी प्रतिक्रिया जानी। इन सब ने एक नए तरीके से रोडमैप बनाकर , पुलिस आयुक्त के समक्ष रखा। उसमें कहा गया कि सबसे पूर्व पुलिस विभाग में थाना प्रभारी से लेकर हवलदार तक बड़े स्तर पर इन्हें इधर-उधर करना होगा। इस प्रकार के कदम उठाने से पुलिस प्रणाली में काफी सुधार देखने को मिलेगा तथा उनमें काम करने की उत्सुकता में भी बढ़ावा होगा।

पुलिस आयुक्त को इन चुनिंदा जांबाज अधिकारियों की तकनीक तथा उनके सुझाव काफी बेहतर लगें। शुक्रवार की सुबह से लेकर देर रात तक 1138 पुलिस थाना प्रभारियों से लेकर हवलदार के स्थानांतरण के आदेश टाइप हुए। उसके बाद हर थाना में इसे पुलिस आयुक्त के हस्ताक्षर लेकर ईमेल के माध्यम से भेज दिया गया। अब शनिवार सुबह नए आदेश के मुताबिक थाना प्रभारी एसएचओ एवं पुलिस हवलदार को वहां पर अपनी ड्यूटी को ज्वाइन करना होगा। बताया जा रहा है कि थाना मुंशी की अभी स्थानांतरण प्रक्रिया को आरंभ नहीं किया। 

स्थानांतरण का चला गोपनीय तरीके से काम

पुलिस के विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि स्थानांतरण प्रक्रिया का कार्य काफी गोपनीय तरीके से हुआ। इस बात की भनक सिर्फ तो सिर्फ पुलिस आयुक्त के बेहद करीब अधिकारियों को थी। शुक्रवार की सुबह ही आदेश को लिखित प्रणाली के माध्यम से तैयार करना शुरू कर दिया गया। क्लेरिकल स्टाफ को इस कार्य के लिए लगा दिया गया था। जानकारी के मुताबिक, यह कार्य देर रात तक चलता रहा। पुलिस आयुक्त खुद, इस काम में देर रात जुटे रहे। 

सुधारात्मक कदम

पुलिस विभाग के साथ जुड़े विशेषज्ञों की बात माने तो उनके मुताबिक, इतने बड़े स्तर पर पुलिस अधिकारियों तथा मुलाजिमों का ट्रांसफर करना, एक विभागीय कार्यशैली में बड़ा सुधारात्मक कदम हैं। इससे आम जनता को खास फायदा पहुंचेगा। अब उनकी हर शिकायत तथा समस्या का निवारण ठीक समय पर होगा। इऩ अधिकारियों तथा मुलाजिमों में इस बात का अहसास होगा कि उन्हें अपने काम को सही ढंग से निभाना हैं। 

पहली बार, इतना बड़ा फैसला

बताया जा रहा है कि अमृतसर पुलिस विभाग में पहली बार ऐसा हुआ है कि थाना प्रभारियों से लेकर हवलदारों को एक-साथ इधर-उधर कर दिया गया हों। पूर्व में विभाग की तरफ से श्रेणी के हिसाब से स्थानांतरण किया जाता रहा हैं। उदाहरण के तौर पर थाना प्रभारियों को इधर से उधर। यह भी कदम तब उठाया जाता रहा है जब नए पुलिस आयुक्त आए हों। लेकिन, इस बार तो थाना के उच्च पद से लेकर निचले पद का स्थानांतरण एक-साथ बड़े स्तर पर देखने को मिला हैं।  

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