क्राइम रिपोर्टर अनिल भंडारी.अमृतसर।
दो बाइक सवार ने एक पुलिस अधिकारी की कार में आईईडी लगा दी। वारदात को अंजाम देने वाले दो बाइक सवार थे। वारदात का समय सोमवार-मंगलवार की मध्यकालीन रात्रि का बताया जा रहा हैं। सीसीटीवी कैमरा में घटनाक्रम कैद हो चुकी हैं। मामला पंजाब के अमृतसर क्षेत्र के रंजीत एवेन्यू का बताया जा रहा हैं। जिस कार में आईईडी लगाई गई, वह पुलिस के सीआईए अधिकारी की थी। इस बात की पुष्टि जिला पुलिस आयुक्त ने कर दी। क्षेत्र में दहशत का माहौल हैं। जांच-पड़ताल आरंभ कर दी गई।
गाड़ी को धोने वाले ने किया खुलासा
आज सुबह इसका खुलासा उस समय हुआ जब पुलिस अधिकारी की गाड़ी को धोने के लिए लड़के ने गाड़ी के नीचे लगा कुछ अलग सा देखा। लड़के ने पुलिस अधिकारी को सूचित किया, तो तुरंत बड़ी संख्या में पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई और लोगों को गाड़ी से दूर करने के बाद बम विरोधी दस्ते के जवानों ने आईईडी को गाड़ी से अलग कर दूर सुनसान इलाके में रख दिया।
जानकारी के मुताबिक सीआईए में तैनात सब-इंस्पेक्टर दिलबाग सिंह ने पंद्रह अगस्त की रात ड्यूटी खत्म करने के बाद बोलेरो कार को अपने घर के बाहर खड़ा कर दिया। आज सुबह जब कार को धोने वाला लड़का पुलिस अधिकारी के घर पहुंचा, तो उसने कार के पिछले हिस्से में टायर के नीचे कुछ विस्फोटक पदार्थ देखने के बाद इंस्पेक्टर दिलबाग सिंह को जानकारी दी। इसकी जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस और बम निरोधक दस्ता वहां पहुंच गया और पुलिस ने कार के पास मौजूद लोगों को वहां से हटा दिया।
मध्यकालीन रात्रि रात करीब 2 बजकर 3 मिनट की घटना
अधिकारियों ने सीसीटीवी फुटेज में पाया कि 15 और 16 अगस्त की रात करीब 2 बज तक 3 मिनट पर मोटरसाइकिल सवार दो लोग बोलेरो कार के पास पहुंचे। एक व्यक्ति हाथ में पकड़ी आईईडी को कार के पिछले हिस्से के टायर के नीचे लगाने लगा जबकि दूसरा व्यक्ति मोटरसाइकिल को घुमा कर वापस कार के पास पहुंच कर रुक गया और अपनी मोटरसाइकिल को स्टार्ट ही रखा। बोलेरो कार के पिछले हिस्से में आईईडी लगाने के बाद पहला व्यक्ति मोटरसाइकिल पर बैठ गया और दोनों वहां से फरार हो गए।
जल्द अपराधी पुलिस की पकड़ में होंगे
डिप्टी कमिश्नर आफ पुलिस (कानून-व्यवस्था) परमिंदर सिंह भंडाल, जिन्हें हाल ही में प्रधानमंत्री ने पुलिस मेडल के साथ सम्मानित किया है, ने पुलिस अधिकारी की कार के नीचे आईईडी मिलने की पुष्टि करते हुए कहा कि हमारी टीमें लगी हुई हैं। सीसीटीवी की फुटेज भी खंगाल कर कार के नीचे आईईडी लगाने वालों का पता लगाया जा रहा है और उम्मीद है कि बहुत जल्द अपराधी पुलिस की पकड़ में होंगे।