वरिष्ठ पत्रकार.अमृतसर।
यहां पर दवा के नाम पर नशा बेचा जा रहा था। औषधि विभाग की टीम ने दबिश देकर वहां से लगभग 15 लाख की प्रतिबंधित दवाएं बरामद की। पता चला है कि उक्त स्टोर पर कई सालों से धंधा चल रहा था। चंडीगढ़ कार्यालय की सख्त आदेश उपरांत स्थानीय टीम ने दबिश देकर वहां से उक्त खेप बरामद की। विभाग की शिकायत पर दुकानदार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। हिरासत में लिए जाने की अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई। मामला, पंजाब के जिला अमृतसर की कटड़ा शेर सिंह में स्थित दवा मार्केट की एक दुकान से जुड़ा है। इस बात की पुष्टि, विभाग के शीर्ष अधिकारी ने की।

पंजाब के जिला अमृतसर में दवा का नशा लंबे समय से ही बिक रहा है। राज्य सरकार को इस संबंध में एक शिकायत पहुंची तो उसने कड़ा संज्ञान लेते हुए मामला औषधि विभाग चंडीगढ़ कार्यालय को सौंपा। खास बात यह रही है कि शिकायत में इस बात का विवरण भी किया गया कि उक्त दुकान में सरेआम नशे की दवा बिकती है, जबकि, विभाग कभी वहां पर रेड करने तक नहीं पहुंचा। इससे साफ प्रतीत होता है कि विभाग के कई शीर्ष अधिकारी उक्त दुकानदार के साथ मिलें हैं। इसलिए कोई कार्रवाई अब तक नहीं हो पाई।
पता चला है कि स्थानीय टीम में उन अधिकारियों को भेजा गया , जिसका ट्रेक बिल्कुल साफ था। टीम बुधवार बाद दोपहर रेड की। दबिश देने के उपरांत उन्हें तलाशी के दौरान लगभग 15 लाख की प्रतिबंधित दवा हासिल हुई। जब दुकानदार से इस बारे पूछा गया तो वह कोई ठोस जवाब पेश नहीं कर पाया। टीम ने पुलिस को इतलाह कर दिया। पुलिस ने कानूनी कार्रवाई दुकानदार के खिलाफ कर दी। गिरफ्तारी या फिर हिरासत में लेने के बारे अब तक विभाग ने कोई पुष्टि नहीं की।
जानें, कौन-कौन सी प्रतिबंध दवा कितनी बरामद हुई
निरीक्षण के दौरान 6 प्रकार की दवाएं (प्रेगैबालिन 150 के 4400 कैप्सूल और गबापेंटिन के 300 मिलीग्राम + 42200 कैप्सूल) जब्त की गईं। बताया जा रहा है कि उक्त दुकानदार इन दवाओं के खरीद रिकॉर्ड पेश करने में विफल रहे। जब्त की गई दवाओं का बाजार मूल्य लगभग 15 लाख रुपये है।