दिल्ली पत्थरबाजी का असर पंजाब में…..चेतावनी…..1947 का हिंदू नहीं..यह वर्ष 2022 का हिंदू…छेड़ो मत ईंट का जवाब पत्थर से देना जानता…आप सरकार को चेताया कि पंजाब का माहौल खराब होने से पहले रहे चौकन्ना—–अरुण खन्ना

पवन शर्मा.अमृतसर।

दिल्ली की पत्थरबाजी की घटना का पंजाब में भी असर दिखाई देने लगा है। विश्व प्रसिद्ध श्री दुर्ग्याणा मंदिर कमेटी के सचिव अरुण खन्ना ने साफ तौर पर मुस्लिम समुदाय पर आरोप लगाते कहा कि दिल्ली की घटना के पीछे साजिश को अंजाम मुस्लिम समुदाय ने ही दिया था। श्री हनुमान जयंती पर हनुमान चालीसा पढ़ते हुए बड़े शांतिपूर्वक यात्रा को हिंदुओं द्वारा निकाला जा रहा था। लेकिन मुस्लिम बहुल क्षेत्र के समुदाय ने उन पर पत्थरबाजी कर दी। विरोध करने पर गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। सांप्रदायिक माहौल  पैदा करने के पीछे कुछ सैक्लूर लोगों का हाथ है। हम चेतावनी देना चाहते है कि यह हिंदू 1947 का नहीं, बल्कि 2022 का हिंदू है, छेड़ो मत ईंट का जवाब , पत्थर से देना जानता है। उन्होंने राज्य की आम आदमी पार्टी सरकार को चेताया कि यहीं लोग पंजाब का माहौल खराब करना चाहते है, इसलिए इनके खिलाफ सतर्कता बरतते हुए उचित कार्रवाई होनी चाहिए। 

अरुण खन्ना ने साफ तौर पर दिल्ली प्रदेश की सरकार को चेताया कि हिंदुओं के खिलाफ इस प्रकार की सांप्रदायिक घटना को बंद कराना चाहिए। यहीं लोग देश का माहौल खराब करना चाहते है। उन्हें संरक्षण देना बिल्कुल बंद होना चाहिए। इन लोगों के खिलाफ कानून के मुताबिक कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने इस बात की भी चिंता जताई कि पंजाब में इस समुदाय के लोग माहौल बिगाड़ने के फिराक में है।

इस समय इन लोगों की संख्या में दिन प्रतिदिन इजाफा होना, इस बात की बड़ी चिंता का विषय बन चुका है कि ये लोग अब अस्थाई तौर पर रहने लग पड़े है। अधिकतर बांग्लादेशी, रोहिंग्या मुस्लिम , गुर्जर समुदाय के लोग काफी संख्या में पंजाब में रह रहे है। इतना ही नहीं, प्रदेश में कई मस्जिदों में बड़े लाउडस्पीकर लगाकर ऊंची-ऊंची आवाज में नमाज पढ़ कर यहां का माहौल खराब किया जा रहा है। सरकार से अपील की कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाए, तथा एक विशेष नीति के तहत कानून के मुताबिक कार्रवाई की जानी चाहिए। 

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