एसएनई नेटवर्क.अमृतसर।

श्री हरिमंदिर साहिब में रविवार को बड़ी धूमधाम से श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश पर्व मनाया गया। देश-विदेश से पहुंची संगत ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। सिखों के 5वें गुरु अर्जन देव जी ने 1604 में आज ही के दिन श्री हरिमंदिर साहिब में पहली बार गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश किया था। तब से लेकर आज तक हर साल गोल्डन टेंपल में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश पर्व मनाया जाता है। आज के दिन सुबह गोल्डन टेंपल में नगर कीर्तन निकाला गया। इसके अलावा गुरुघर, श्री अकाल तख्त साहिब और गुरुद्वारा बाबा अटल राय साहिब सजाए गए। शाम सीएम भगवंत मान अपनी पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर के साथ नतमस्तक होने पहुंचे।

2 लाख से अधिक संगत पहुंची
इस पावन पर्व का मनाने के लिए आज पूरे गोल्डन टेंपल को खुशबू से महकते फूलों से सजाया गया है। सजावट के लिए 115 किस्म के 110 टन फूल लगाए गए हैं। सुंदर फूलों व लाइटों से सजे गोल्डन टेंपल की खूबसूरती आज देखते ही बन रही है। आज शाम गोल्डन टेंपल में दीपमाला भी की जाएगी और आतिशबाजी भी होगी, जिसे देखने के लिए लाखों लोग पहुंच रहे हैं। रविवार को 2 लाख से अधिक संगत ने गोल्डन टेंपल में माथा टेका था।
बाबा बुड्ढा जी थे पहले ग्रंथी
गोल्डन टेंपल में सबसे पहले श्री गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश 1604 में आज ही के दिन किया गया था। 1430 अंग (पन्ने) वाले इस ग्रंथ के पहले प्रकाश पर संगत ने कीर्तन दीवान सजाए और बाबा बुड्ढा जी ने बाणी पढ़ने की शुरुआत की। पहली पातशाही से छठी पातशाही तक अपना जीवन सिख धर्म की सेवा को समर्पित करने वाले बाबा बुड्ढा जी इस ग्रंथ के पहले ग्रंथी बने।