प्रोफेशनल शूटरों ने पूर्व जत्थेदार के घर समक्ष चलाई थी अंधाधुंध गोलियां………पुलिस जांच में आया सामने

सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई घटना…….वारदात को अंजाम देने वाले कुल तीन थे..एक था बाइक सवार

किसके इशारे पर दी गई वारदात , पुलिस जांच में जुटी

अनिल भंडारी,अमृतसर।

देर रात अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार स्वर्गीय प्रताप सिंह के घर अंधाधुंध फायरिंग को अंजाम देने वाले प्रोफेशनल शूटर थे। पुलिस की प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई। जबकि, पुलिस ने अभी आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं की। सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस की टीम ने गोली चलाने वाले शूटरों द्वारा घटना को अंजाम देने की तकनीक से इस बात को भांप लिया। पता चला है कि पुलिस ने कुछ संदिग्ध हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी।

फिलहाल, पुलिस ने अपनी जांच का हवाला देते हुए पड़ताल की जानकारी देने से मना कर दिया। सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई घटना में वारदात को अंजाम देने वाले कुल तीन थे। एक पल्सर मोटर बाईक पर सवार होकर आए थे। घटनाक्रम सुल्तानविंड रोड में स्थित आत्मा राम  इलाका के पास हुई। एक मोटर बाईक पर बैठा रहा। जबकि, उसके दो साथियों ने ताबड़तोड़ गोलियां गेट पर चलाई। वारदात का समय रात 11.10 से 11.15 के बीच का है। वारदात को अंजाम देने वाले सभी अज्ञात कथित आरोपी फरार हो गए।

गोलियों की आवाज सुनने के उपरांत इलाका तथा परिवार सहम गया। बाहर आए तो गोलियों के खाली होल जमीन पर गिरे पाए।सूचना मिलने पर पुलिस पार्टी वारदात स्थल पर पहुंची। पुलिस ने गुरप्रीत सिंह हैप्पी के बयान पर तीन अज्ञात बदमाशों के खिलाफ आपराधिक धाराओं के अधीन मामला थाना बी डिवीजन में दर्ज कर लिया। 

अपने बयान में गुरप्रीत सिंह हैप्पी ने पुलिस के समक्ष किसी प्रकार की दुश्मनी नहीं होने का बयान दिया, जबकि जांच-पड़ताल में सामने आ रही बात से पता चला है कि यह किसी ने प्रोफेशनल शूटरों की मदद से वारदात को अंजाम दिया। सूत्रों से पता चला है कि जिन्होंने, इस वारदात को अंजाम दिया। उन्हें किसी ने मोटी सुपारी दी थी। फिलहाल, परिवार की सुरक्षा के लिए पुलिस का कड़ा पहरा लगा दिया गया। 

पुलिस के मुताबिक, उन्होंने इस केस को गंभीरता से लेते हुए, कुछ संदिग्धों को हिरासत में ले लिया। अभी, उनसे पूछताछ जारी है। परिवार ने किसी पर कोई भी शक नहीं जताया। मगर, पुलिस हर एंगल से जांच-पड़ताल कर रही है। जल्द इस केस से जुड़े अपराधियों को गिरफ्तार करने का पुलिस दावा कर रही है।

दो बार रहे अकाल-तख्त के पूर्व जत्थेदार स्वर्गीय प्रताप सिंह

जिस घर पर गोलीबारी हुई। उनके पूर्वज दादा स्वर्गीय प्रताप सिंह श्री अकाल तख्त साहिब के दो बार जत्थेदार रह चुके है। उनका कार्यकाल 1938-1948 तथा दूसरी 1952-1954 तक रहा। वर्ष 1984 को उनकी आतंकियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी। बताया जाता है कि स्वर्गीय प्रताप सिंह का सिख पंथ तथा समाज में अच्छा वर्चस्व रहा। समाज के लिए कई सराहनीय कार्य किए। 

सुपारी देने वाला कौन था, क्या था असल मकसद, पुलिस जांच में जुटी

इस केस में एक बात तो साफ स्पष्ट हो चुकी है कि वारदात को अंजाम किसी ने सुपारी देकर कराया। सुपारी देने वाला कौन था। उसका असल मकसद क्या था। पुलिस जांच में जुट गई है। फिलहाल, पुलिस को दिए बयान में परिवार ने साफतौर पर कह दिया है कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। लेकिन सामने आ रहे तथ्य, इस बात की ओर इशारा कर रहे है कि वारदात को किसी ने अपनी रंजिश को दूर करने के लिए अपना मकसद पूरा किया। अब देखना होगा कि पुलिस इस केस में आगे क्या करती है। 

कई एंगल पर जांच कर रही पुलिस

पुलिस ने इस केस में गंभीरता दिखाते हुए हर एंगल पर काम करने में जुट गई है, जिससे उसे असली गुनहगार तक पहुंचने में आसानी हो सकें। फिलहाल, पुलिस अपनी जांच का विषय बताते हुए किसी प्रकार से कोई जानकारी साझा नहीं कर रही । इतना जरूर कह रही है कि इस को अंजाम देने वालों के काफी करीब पहुंच चुके है तथा जल्द ही उन्हें पकड़कर बड़ा खुलासा किया जा सकता है। 

कुछ अनसुलझे सवाल

परिवार के साथ किसी के साथ दुश्मनी नहीं होने के बावजूद क्यों घर पर अंधाधुंध गोलियां चलाई गई। यह एक प्रकार से उन्हें धमकी या फिर उन्हें किसी काम के लिए रोकने का संकेत दिया गया। यह सब अनसुलझे सवाल है, जिसका जवाब तो अपराधियों को पकड़े जाने के उपरांत ही स्पष्ट हो पाएगा। वारदात देने से पूर्व , कथित अपराधियों ने कुछ समय पहले रेकी की हो सकती है, क्योंकि जिस घर पर वारदात को अंजाम दिया , उस एरिया को वह भली-भांति तरीके से जानते थे। 

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