रिश्वतखोर जीआरपी एएसआई पर कड़ी कार्रवाई…दिल्ली के सैलानी से मोबाइल वापस देने के बदले मांगे थे 500 रुपए रिश्वत…वीडियो बनाकर पीड़ित ने सीएम भगवंत मान से सख्त कार्रवाई की थी मांग

एसएनई नेटवर्क.अमृतसर/चंडीगढ़।

पंजाब रेलवे राजकीय पुलिस के एक रिश्वतखोर एएसआई को 500 रुपए रिश्वत सैलानी से मांगने के आरोप में विभाग ने उसे नौकरी से निष्कासित कर पटियाला में लाइन हाजिर कर किया गया। वाक्यात रविवार की देर रात का बताया जा रहा है। दिल्ली का रहने वाला पर्यटक अमित अमृतसर घूमने के लिए आया था। ट्रेन माध्यम से रेलवे स्टेशन की प्रतीक्षालय कमरा में इंतजार करते वक्त उसका मोबाइल खो गया। पुलिस से मदद मांगी तो इंकार कर दिया। बड़ी मुश्किल से पर्यटक ने मोबाइल ढूंढ लिया। ऊपर से एएसआई ने मोबाइल अमित से छीन लिया तथा वापस करने के लिए 500 रुपए रिश्वत की मांग करने लगा। अमित के एक अन्य साथी ने इस घटनाक्रम का वीडियो बनाकर सीएम के ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट करके कहा कि जीआरपी अधिकारी ने उससे रिश्वत मांगी तथा बुरा व्यवहार किया। मैं काफी आहत हुआ हूं। 

इस घटना का वीडियो के बारे सीएमओ कार्यालय ने जीआरपी से जवाब मांग लिया। एएसआई शीशपाल को नौकरी से निष्कासित कर पटियाला में लाइन हाजिर कर दिया। इस घटनाक्रम की वजह से जीआरपी की काफी किरकिरी हुई। वह भी उस समय , जब पंजाब की आप सरकार ने साफतौर पर कह रखा है कि कोई भी सरकारी मुलाजिम आम जनता से रिश्वत नहीं ले सकता है। अगर किसी से कोई भी रिश्वत मांगता है तो उसका वीडियो या आडियो बना लीजिए। मेरे व्हाट्सएप नंबर पर शेयर कर दीजिए। अमित ने भी ऐसा ही किया जिसके बाद रिश्वतखोर एएसआई के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हुई। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि दिल्ली का रहने वाला अमित एएसआई शीशपाल सिंह से अनुरोध कर रहा है कि सर, मोबाईल मेरा ही है, आप चाहे जांच-पड़ताल कर लीजिए। इतना ही नहीं अमित ने अपने फिंगरप्रिंट का भी प्रमाण दिया। लेकिन रिश्वतखोर एएसआई ने उसकी एक बात नहीं सुनी। बस इतना कहता रहा कि मेरी सेवा पानी कर दो अन्यथा मोबाइल को जमा कर दिया जाएगा। वहां से सुबह ले जाना। सेवा पानी के रूप में एएसआई 500 रुपए की रिश्वत मांग रहा था। घटनाक्रम रात 11 बजे का बताया जा रहा है। 

असल बात क्या हुई थी,,जानिए इस रिपोर्ट में

दरअसल, पर्यटक अमित कुमार अमृतसर रेलवे स्टेशन की प्रतीक्षा कार्यालय में ट्रेन का इंतजार कर रहा था। मोबाइल को चार्जिंग पर लगा दिया गया। इतनी देर में मोबाइल के ऊपर कुछ गिर गया। बीच में मोबाइल खो गया। बाहर खड़े पुलिस के समक्ष जाकर मदद की गुहार लगाई। लेकिन उन्होंने गुहार को सिरे से नजरअंदाज कर दिया। बड़ी मुश्किल से अमित ने मोबाइल को ढूंढ लिया। एएसआई ने उसे अन्य का मोबाइल बताकर उससे छीन लिया तथा सेवा पानी के रूप में 500 रुपए मांगने लगा। 

कौन है एएसआई शीशपाल सिंह,जानिए इस खबर में

एएसआई शीशपाल सिंह भ्रष्ट छवि के तौर पर पुलिस विभाग में जाना जाता है। पता चला है कि इसके खिलाफ कई बार भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके है। कई बार विभाग से चेतावनी भी मिल चुकी है। इसके अलावा ड्यूटी के समय शराब में धुत रहने का भी आरोप लग चुका है। आसपास की मार्केट से हफ्ता भी लेता है। उन दुकानदारों ने अब राहत महसूस की। 

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