कोर्ट ने 5 अप्रैल को बिक्री को लेकर मालिक बलदेव सिंह के पक्ष में किया था स्टे..मांग–दोबारा मामला दर्ज करने की सीएम और डीजीपी को लिखा पत्र
एसएनई नेटवर्क.अमृतसर।
देश के कई प्रांत में वर्तमान की कानून व्यवस्था की वजह से सिस्टम लाचार-बेबस तथा बिल्कुल खराब हो चुका है। ताजा मामला पंजाब के जिला अमृतसर के साथ जुड़ा है। यहां पर कानून-न्याय प्रणाली को ठेंगा दिखाते हुए धोखाधड़ी और कॉपीराइट धारा के तहत तीन एफआईआर दर्ज होने के बावजूद आरोपी मेहता शाप कंपनी के प्रोडक्ट (पशुओं का चारा) बेचना बंद नहीं कर रहे हैं। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश दलजीत सिंह की कोर्ट ने 5 अप्रैल को कंपनी के मालिक बलदेव सिंह के पक्ष में बिक्री को लेकर स्टे आर्डर भी जारी कर दिया है। यही नहीं, आरोपित सुखदेव सिंह, वरियाम सिंह और कुलदीप सिंह की याचिका भी खारिज कर दी है। अब कंपनी के असल मालिक यानी पीड़ित पक्ष ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा पुलिस निदेशक पंजाब से इनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की गुहार लगाई है।
प्रेस वार्ता में अधिवक्ता रवि महाजन ने बताया कि बलदेव सिंह और उनका बेटा झब्बाल रोड स्थित इब्बन कलां गांव में पशुओं का चारा बनाने की फैक्ट्री चलाते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बलदेव सिंह के रिश्तेदार सुखदेव सिंह, वरियाम सिंह और कुलदीप सिंह भी उनकी कंपनी की नकल पर उनका ट्रेड मार्क इस्तेमाल कर चारा बनाकर बाजार में बेच रहे हैं। इससे बलदेव सिंह को कारोबार में काफी नुकसान हो रहा है। बलदेव सिंह ने उक्त तीनों आरोपियों के खिलाफ सी डिवीजन थाने में साल 2018 में एफआईआर नंबर 64, साल 2016 में एफआईआर नंबर 29 और चाटीविंड थाने में एफआइआर नंबर 25 दर्ज करवाया था। पुलिस ने केस में कॉपीराइट के साथ धोखाधड़ी और षड़यंत्र रचने की धाराओं को भी शामिल किया था। उक्त मामले अभी न्यायालय में विचाराधीन हैं।
बलदेव सिंह ने बताया कि कानून का शिकंजा कसा जाने के बावजूद आरोपित उनकी कंपनी का चारा बनाकर बाजार में बेच रहे हैं। बलदेव सिंह ने सीएम भगवंत मान और डीजीपी वीके भांवरा को भी पत्र लिखकर इंसाफ की गुहार लगाई है। उन्होंने मांग की है कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
बड़ा सवाल…कौन दे रहा अपराधियों को संरक्षण
इस पूरे प्रकरण को लेकर एक बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि अपराधियों के खिलाफ तीन मामले दर्ज होने के बावजूद , उन्हें कौन संरक्षण दे रहा है। अपराधियों के खिलाफ संगीन धाराओं के अधीन मामला दर्ज हुआ। पीड़ित अदालत में भी एक प्रकार से सच्चाई बयां करके केस को लगभग अपने हक में कर चुका है। इसके बावजूद अपराधियों का इतना बड़ा हौसला होना, इस बात की ओर इशारा करता है कि उन्हें पीछे से कोई राजनीति संरक्षण मिल रही है।
सच्चाई की होगी जीत
पीड़ित पक्ष बलदेव सिंह ने बताया कि जिंदगी में हमेशा सच्चाई की लड़ाई लड़ी है। ईमानदारी तथा कानून के मुताबिक अपना काम करते है। कानून पर हमेशा ही भरोसा किया है। इस बार भी उन्हें न्यायालय तथा अपने अधिवक्ता पर पूरा विश्वास है। उन्हें उम्मीद है कि न्यायालय में उनकी जीत सुनिश्चित होगी। सच्चाई की जीत होगी।