एसएनई नेटवर्क.अमृतसर।
आम आदमी पार्टी की सरकार पंजाब की सत्ता में हैं, लेकिन, बड़ी हैरान करने वाली बात सामने आई हैं कि पंजाब सरकार के जितने सरकारी कर्मचारी एवं अधिकारी सेवानिवृत हो रहे हैं, उन्हें रिटायरमेंट के उपरांत मिलने वाले भत्ते नहीं मिल रहे हैं। वित्त मंत्रालय का तर्क है कि उनके पास फंड की कमी है, इसलिए वह फंड की अदायिगी सही समय पर नहीं कर सकते हैं। ताजा मामला सिविल अस्पताल अमृतसर से सेवानिवृत हुए डा. राकेश शर्मा से जुड़ा हैं। जिन्हें, अपनी नौकरी से सेवानिवृत्त हुए एक माह से ऊपर का समय बीत चुका हैं, लेकिन , उन्हें अभी तक खुद के सरकारी भत्ते तक नहीं जारी किए गए। वित्त विभाग का तर्क है कि उनके पास सिर्फ अभी तक सरकारी कर्मचारियों तथा अधिकारियों को प्रतिमाह पगार देने का ही बजट शेष हैं, जब फंड होगे , तब आपके शेष भत्ता को जारी कर दिया जाएगा। डॉक्टर राकेश शर्मा इस संबंध में पंजाब सरकार के वित्त विभाग को एक पत्र लिख कर, उनके शेष भत्तों को तुरंत जारी करने की अपील की। इस बाबत , सिविल अस्पताल यूनियन ने भी डाक्टर राकेश शर्मा की मांग का समर्थन किया।
डॉ.राकेश शर्मा सिविल अस्पताल, अमृतसर में आंखों के विभाग में सीनियर पद से सेवानिवृत्त हुए। अपने कार्यकाल में डा.राकेश शर्मा ने काफी ईमानदारी तथा निष्ठा से ड्यूटी निभाई। हमेशा गरीब एवं जरूरतमंदों की मदद की। मरीजों के लिए मसीहा के रुप में जाने जाते है डा.राकेश। लेकिन कितनी शर्म की बात है कि एक ईमानदार व्यक्तित्व वाले सरकारी अधिकारी को सरकार विभाग से अपने खुद के भत्ते हासिल करने के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा हैं। उन्हें जवाब मिल रहा है कि विभाग के पास भत्ते (जैसे जीपी फंड, लिन इन केशमैंट) की राशि देने में सरकारी फंड उपलब्ध नहीं हैं। बता दें कि जीपी फंड सरकारी कर्मचारी एवं अधिकारी की प्रतिमाह पगार से कुछ काटा जाता हैं। जिसे , कर्मचारी या फिर अधिकारी के सेवानिवृत होने के उपरांत ब्याज के हिसाब से उन्हें वापस दिया जाता हैं। लेकिन, सरकारी सिस्टम इन जैसे कई मुलाजिमों के भत्तों को कई समय तक दबा कर रखता है, या फिर , उन्हें जानबूझकर परेशान करता हैं।
सोचा था….आप आई सिस्टम में होगा बदलाव, लेकिन सब कुछ पहले जैसा
पंजाब के हर नागरिक ने सत्ता में बदलाव की नीयत से काफी संख्या में आम के प्रत्याशियों को मत देकर, उन्हें सत्ता में लाया। हर किसी ने सोचा था , आम आदमी पार्टी की सरकार सत्ता में आई तो पंजाब में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। लेकिन, अब तक सब कुछ पुराना ही सिस्टम बहाल हैं। लोग परेशान है, किसी को मूलभूत सुविधा तक नहीं मिल रही हैं। खासकर, सरकारी मुलाजिम तथा अधिकारी आप सरकार आने से खासा परेशान हैं। उन्हें, अपने भत्तों तथा सरकारी सुविधा लेने के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा हैं।
एक हफ्ते में भत्तों की अदायिगी होनी चाहिए
सिविल अस्पताल, सरकारी मुलाजिमों की एसोसिएशन चेयरमैन डॉ.राकेश शर्मा ने राज्य की आप सरकार से अपील की कि सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारियों के भत्तों की अदायिगी सरकार को एक हफ्ता के भीतर करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि सरकारी मुलाजिमों को खासा उम्मीद थी कि सत्ता में आप सरकार आने से सरकारी मुलाजिम काफी सुखी हो जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं, बल्कि अब वह और दुखी हो चुके हैं। पूर्ववर्ती सरकारों की तरह ही उनका सरकारी मुलाजिमों के प्रति व्यवहार हैं।
पेंशन तक लेट
सरकारी विभाग के सूत्रों से पता चला है कि पिछले कुछ समय में जितने सरकारी विभाग से कर्मचारी एवं अधिकारी सेवानिवृत हुए हैं, उनकी पेंशन तक लेट लगाई जा रही हैं। मुलाजिम खासा परेशान हैं। इस बाबत पंजाब की सरकारी कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों के साथ सरकार के साथ कई दौर की बैठक भी हो चुकी हैं। लेकिन, उन्हें भी आप सरकार की तरफ से आश्वासन ही मिल रहा है। किसी प्रकार से समाधान नहीं निकाला जा रहा हैं।