वरिष्ठ पत्रकार.अमृतसर.चंडीगढ़।
लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी (आप) नेतृत्व की कार्यशैली के खिलाफ असंतोष के स्वर तेज हो रहे हैं। अमृतसर सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ. अजय गुप्ता ने कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल सहित पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित करते हुए घोषणा की कि जब तक आप नेतृत्व सरकारी कार्यालयों में पार्टी कार्यकर्ताओं का गौरव बहाल नहीं कर देते, तब तक वे काम नहीं करेंगे।
लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के कारणों का मूल्यांकन करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पार्टी दो साल पहले विधानसभा चुनाव में सत्ता में आई थी। जाहिर है, इतने कम समय में पार्टी ने लोगों के बीच अपनी विश्वसनीयता खो दी है। गुप्ता ने कहा, “आप शासन में बदलाव के वादे के साथ सत्ता में आई थी। राज्य में भ्रष्टाचार और नशाखोरी को खत्म करने के अपने प्रमुख चुनावी वादों को पूरा करने में सरकार बुरी तरह विफल रही।”
उन्होंने कहा कि ये कुप्रथाएं बढ़ती जा रही हैं और पिछले दो सालों में कई गुना बढ़ गई हैं। उन्होंने अपने मित्र, जो एक व्यवसायी हैं, का उदाहरण देते हुए कहा कि एक सरकारी विभाग से संबंधित उनके निजी काम के लिए अधिकारियों ने उन्हें एक लाख रुपये देने को कहा था। व्यवसायी ने इसे रोकने के लिए एक विधायक से संपर्क किया, लेकिन अंततः उन्हें पांच लाख रुपये देने पड़े। यहां यह बताना उचित होगा कि विधायक कुंवर विजय प्रताप समय-समय पर अपने सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से आप नेतृत्व के खिलाफ बयान देते रहे हैं।