AMRITSAR EXCLUSIVE—-कमिश्नर आवास से 10 मीटर की दूरी पर लूट……………..पीड़ित परिवार ने खुद पकड़ किया पुलिस के हवाले…..प्रेस वार्ता कर अपनी जांबाजी की थपथपा रही पीठ

3 लाख के आभूषण तथा पीड़ित का दातर से काट दिया था हाथ…….पारिवारिक सदस्य पुलिस कार्यप्रणाली से असंतुष्ठ

वरिष्ठ पत्रकार.अमृतसर।

पुलिस आयुक्त (कमिश्नर) आवास के बाहर 30 मई की मध्यकालीन रात्रि को दंपती के साथ लूट हो गई थी। उस मामले में पीड़ित परिवार ने अपने दम पर इस वारदात को अंजाम देने वाले को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। शुक्रवार को मजीठा रोड थाना में पुलिस के बड़े अधिकारियों ने अपनी जांबाजी की पीठ थपथपाते हुए वारदात के चंद घंटों में वारदात को अंजाम देने वालों को गिरफ्तार करने का दावा किया। परिवार पुलिस की कार्यप्रणाली बिल्कुल असंतुष्ट दिखाई दे रहा है तथा पुलिस प्रशासन से मांग कर रहा है कि उनसे लूटे गए बेष कीमती आभूषण  जल्द बरामद कर उनके हवाले किए जाए। फिलहाल, पुलिस के हाथ सिर्फ तो सिर्फ खिलौना पिस्तौल,वारदात में इस्तेमाल दातर, एक एक्टिवा हाथ लगी है। गिरफ्तार अपराधियों की पहचान जिला तरनतारन के पट्टी निवासी सन्नी तथा जोशी सिंह के तौर पर हुई। सूत्रों से पता चला है कि वारदात वाले दिन वह एक सांसद प्रत्याशी की रैली में हिस्सा लेने के लिए अमृतसर पहुंचे थे। गंभीर घायल पंकज वोहरा की पत्नी सोनिया वोहरा के बयान पर थाना मजीठा रोड में विभिन्न धाराओं के अधीन मामला दर्ज कर लिया गया। 

पुलिस कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल

इस वारदात से पुलिस कार्यप्रणाली पर कई प्रकार के सवाल खड़े हो रहे है। पहला सवाल वारदात पुलिस आयुक्त आवास के बाहर हुई, चौबीस घंटा सुरक्षा में तैनात रहने वाली पुलिस वारदात के समय आंख मूंद कर बैठी रही। ऊपर से पीड़ित परिवार द्वारा उन कर्मचारियों के खिलाफ कड़ा ऐतराज जताया तो उलटा कहने लग पड़े वारदात यहां पर हुई ही नहीं, बल्कि यहां पर 500 मीटर की दूरी फारएस चौक पर हुई। बार-बार पीड़ित महिला के गिड़गिड़ाने उपरांत पुलिस मुलाजिमों ने अपनी गलती मानते कहा कि वह कायदा कानून के मुताबिक, कोई भी घटना के समय वह अपनी जगह छोड़ कर नहीं जा सकते है। 

यह था पूरा मामला

पंकज वोहरा अपनी सोनिया वोहरा के साथ एक्टिवा सवार पुतलीघर से एक फंक्शन अटेंड कर घर लौट रहे थे। ठीक माल रोड पर स्थित पुलिस आयुक्त आवास के बाहर उनकी पीछा कर रहे अन्य एक्टिवा सवार ने टक्कर मार गिरा दिया। दातर से पत्नी पर हमला बोला तो पति ने हाथ आगे कर दिया। हाथ को एकदम काट दिया। उसके बाद पत्नी ने हाथ जोड़कर लुटेरों को बोला कि आप जो मर्जी ले जाऊं, लेकिन मेरे पति की जान को बक्श दों। लगभग 3 लाख के आभूषण तथा हजारों की नकदी छीन फरार हो गए। पीड़ित परिवार के सदस्य इकट्ठा हो गए। 

…ऐसे पकड़े गए कथित अपराधी

वारदात के उपरांत पीड़ित परिवार के सदस्य कथित अपराधियों को ढूंढने में जुट गया। आगे यहीं अपराधी किसी अन्य को अपनी लूट का शिकार बना रहे थे। उन्होंने चिल्लाया तो वे लोग इकट्ठा हो गए। सभी ने उक्त लुटेरों को रंगे हाथ पकड़ लिया। तत्काल पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने उनके कब्जे से एक खिलोना पिस्टल, दातर तथा एक्टिवा को बरामद कर लिया।  

आभूषण-नकदी अब तक नहीं हुए बरामद

कथित अपराधियों को पकड़ने  उपरांत पुलिस अपनी जांबाजी की खूब थपथपाई कर रही है, लेकिन, पीड़ित परिवार की खून पसीने की कमाई के आभूषण तथा नकदी अब तक पुलिस बरामद नहीं कर पाई। ऊपर से पीड़ित की सर्जरी में अस्पताल में काफी पैसे लग रहे है। पता चला है कि पीड़ित परिवार आर्थिक रूप से  कमजोर है। वह अपने आभूषण तथा नकदी कथित अपराधियों से बरामद करवाने के लिए मदद की गुहार लगा रहे है। उधर, पीड़ित परिवार ने बताया कि पुलिस चुनाव का हवाला देकर उनसे 2 दिन का समय मांग रही है तथा आश्वासन दे रही है  जल्द ही पैसे तथा आभूषण बरामद कर परिवार के हवाले कर दिए जाएगे। 

पीड़ित परिवार पूर्व पार्षद तथा पूर्व उप-मुख्यमंत्री का बेहद करीबी

बताया जा रहा है कि पीड़ित परिवार कांग्रेस के पूर्व पार्षद कुलभूषण दुग्गल तथा पूर्व उप मुख्यमंत्री ओम प्रकाश सोनी का बेहद करीब है। इस मामले को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दुग्गल ने मौजूदा सरकार तथा पुलिस कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते कहा कि इस सरकार के समय पंजाब के हाल बहुत बुरे है। लोगों का रात को निकलना मुश्किल हो चुका है। सरकार के इशारे पर ही पुलिस अपना काम करती है। अब आम जनता की उन्हें कोई परवाह नहीं रही है। अगर पीड़ित परिवार को जल्द इंसाफ नहीं मिला तो वे धरना देने से भी नहीं पीछे हटेंगे। 

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