अश्वनी शर्मा.अमृतसर।

विश्व प्रसिद्ध गुरुद्वारा श्री हरिमंदिर साहिब में निजी सुरक्षा कर्मी पर युवती संगत के साथ धक्का शाही करने एवं उसे गुरुद्वारा साहिब में भीतर आने की नहीं अनुमति देने का संगीन आरोप लगा। बताया जा रहा है कि युवती का कसूर इतना था कि उसके चेहरे पर भारत देश का तिरंगा बनाया गया था। जिस पर एसजीपीसी के निजी सुरक्षा कर्मी ने इस बात पर कड़ा ऐतराज जताते हुए उसे माथा टेकने से रोक दिया। फिलहाल, मामले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सोमवार खूब वायरल हुआ। बताया जा रहा है कि मामला एक दिन पुराना हैं। एसजीपीसी की तरफ से इस मामले को लेकर कोई भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई। जबकि, कई बुद्विजवियों ने इस प्रकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए मामले की जांच तक की मांग कर दी तथा आरोप साबित होने पर सुरक्षा कर्मी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए अनुरोध भी किया गया।

जानकारी के मुताबिक, एक दिन पूर्व एक युवती श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेकने के लिए अपने परिवार सहित पहुंचती हैं। युवती के चेहरे पर भारत की आन-शान-बान माने जाने वाला तिरंगा को बनाया हुआ था। एसजीपीसी सुरक्षाकर्मी ने युवती को श्री हरिमंदिर साहिब के भीतर आने से साफ मना कर दिया। युवती ने उक्त सुरक्षा कर्मी से इस बात का कारण पूछा तो उसने बताया कि चेहरे पर झंडा बनाया गया। युवती ने कहा कि यह भारत का तिरंगा हैं, लेकिन सुरक्षा कर्मी ने जवाब दिया कि यह पंजाब हैं। बहसबाजी शुरू हुई तो वीडियो बनाने वाले मोबाइल को सुरक्षाकर्मी ने नीचे फेंक दिया।
सूत्रों से पता चला है कि परिवार हरियाणा से आया था। दोपहर को वाघा बॉर्डर में देश के तिरंगे की तस्वीर चेहरे पर बना ली। उसके उपरांत युवती परिवार सहित श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेकने के लिए पहुंच जाती हैं। वीडियो में साफ दिख रहा है कि युवती ने कपड़े से सिर पर ढका हुआ था तथा पूरी मर्यादा सहित माथा टेकने पहुंची थी।