अपराध-मुक्त मुहिम को अमृतसर में लगा बड़ा धक्का….आईपीएस डॉक्टर सुखचैन गिल को बदल नए पुलिस आयुक्त अरुण पाल सिंह लगाए

अपराधियों को घर से ढूंढकर हवालात में धकेलने वाले आईपीएस को इनाम के रूप में शहर से बदला….चैन की सांस लेने वाले लोगों में आप सरकार के प्रति रोष

एसएनई नेटवर्क.अमृतसर/चंडीगढ़।

पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल कर हर किसी को चौंका दिया। पंजाब के तीन अहम शहर अमृतसर, जालंधर तथा लुधियाना के पुलिस आयुक्त को बदलकर नए आयुक्त लगाए गए। फिलहाल, जिनको बदला गया है, आगे कहा भेजा जाना है, इस बारे पत्र में पंजाब पुलिस निदेशक के अगले आदेश पर टाल दिया गया। हैरान करने वाली बात यह है कि अमृतसर जिला को अपराध मुक्त मुहिम को आगे बढ़ा रहे पुलिस आयुक्त डॉक्टर सुखचैन सिंह गिल  को हटा कर नए पुलिस आयुक्त अजय पाल सिंह को नियुक्त किया गया।

चर्चा, इस बात की हो रही है कि शहर में अपराधियों को उनके घर से ढूंढ कर हवालात में धकेलने वाले जांबाज आईपीएस अधिकारी को वहां से बदलकर आप सरकार ने इनाम के रूप में बहुत बड़ा तोहफा दिया। ऐसे में अपराध-मुक्त मुहिम को अमृतसर में बहुत बड़ा धक्का लगा है। लोगों में सरकार के इस फैसले के प्रति रोष पाया जा रहा है।

पांच एसएसपी तथा तीन पुलिस कमिश्नर को बदलकर नए पुलिस अधिकारियों को वहां पर लगाया गया। शायद, पुलिस आयुक्त डॉक्टर सुखचैन सिंह  गिल को इस बात का बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि उन्हें यहां से आयुक्त की सीट से हटा दिया जाएगा। शुक्रवार को तय कार्यक्रम के अनुसार डॉक्टर सुखचैन सिंह गिल ने कई कार्य किए। स्कूली बच्चों के साथ अपना अनुभव शेयर करते भी दिखाई दिए। देर शाम को सीएमओ कार्यालय के आदेश पर डीजीपी कार्यालय से आदेश जारी कर अमृतसर पुलिस आयुक्त सहित कुल तीन पुलिस आयुक्त को बदल दिया गया।

बताया जाता है कि पुलिस आयुक्त डॉक्टर सुखचैन सिंह  गिल के रहते हुए अमृतसर में अपराध को काफी हद तक कंट्रोल कर लिया गया था। पुलिस स्टाफ के साथ अच्छा तालमेल तथा उनके हर दुख-सुख में वह शरीक होते थे। उनके बदलने पर विभाग में भी काफी रोष पाया जा रहा है। अनुशासन श्रेणी में शुमार करने वाली पुलिस उसका डटकर विरोध भी नहीं कर सकती है। लेकिन मन के भीतर सरकार के प्रति रोष जरूर है। 

जाबांज आईपीएस अधिकारियों की टीम कर रही थी काम

खास बात यह है कि पुलिस आयुक्त डॉक्टर सुखचैन सिंह  गिल के नेतृत्व में एडीसीपी तथा एसीपी स्तर के लगभग आईपीएस अधिकारियों की टीम काम कर रही थी। शहर में गैंगस्टर तथा अपराधियों को पकड़ कर जेल में धकेलने में इस जांबाज आईपीएस अधिकारी ने विभाग में अहम रोल निभाया। दिलचस्प पहलू यह रहा कि आईपीएस अधिकारी ने कभी राजनीति दबाव के समक्ष झुक कर काम नहीं किया। हमेशा ही ईमानदारी तथा जांबाजी के साथ विभाग का नाम फर्क से ऊंचा ही किया। लेकिन सत्ता के बदलाव ने इस जांबाज अधिकारी के नेक कार्यों की कोई कदर नहीं डालते हुए इनाम के रूप में वहां से बदल दिया। 

अत्याधुनिक तकनीक इनसे बेहतर कोई नहीं जानता था

पुलिस विभाग को हाईटेक से लेकर तेज-तर्रार बनाने में इस आईपीएस अधिकारी ने अहम रोल निभाया। नई तकनीक का इस्तेमाल करके अपराधियों को उनकी ही तकनीक के साथ पकड़ने में अहम रोल निभाया। पुलिस टीम का हौसला कभी नहीं टूटने दिया, उन्हें समय-समय पर जागरूक कर अपनी ड्यूटी के प्रति ईमानदार तथा जांबाज बनाया। 

गैंगस्टरों का किया सफाया

पुलिस आयुक्त डॉक्टर सुखचैन सिंह  गिल ने अपनी तकनीक से अमृतसर में गैंगस्टरों का सफाया किया। उन्हें जेल में डाला तथा लोगों के मन में गैंगस्टरों के प्रति खौफ को कम किया। लोगों तथा पुलिस के बीच दूरियां समाप्त करने में इस जांबाज अधिकारी ने समय-समय पर नई प्रणाली का प्रयोग किया। अब लोग पुलिस को अपराध के प्रति जानकारी देने लग पड़े थे। इससे पुलिस विभाग का काम काफी हद तक आसान भी हुआ है। 

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